खोजी पत्रकारों के लिए चुनाव गाइड -तीसरा अध्याय: उम्मीदवारों की जांच
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चुनाव कवरेज में इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग पर जीआईजेएन की गाइड: परिचय
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खोजी पत्रकारों के लिए गाइड: चुनावी रिपोर्टिंग के नए उपकरण- पहला अध्याय
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खोजी पत्रकारों के लिए चुनाव गाइड -तीसरा अध्याय: उम्मीदवारों की जांच
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खोजी पत्रकारों के लिए चुनाव गाइड: चौथा अध्याय – राजनीतिक दुष्प्रचार की जांच
चुनाव रिपोर्टिंग के बारे में वरिष्ठ राजनीतिक पत्रकारों ने जीआईजेएन को कई महत्वपूर्ण बातें बताई हैं। पत्रकार अक्सर यह मानते हैं कि चुनाव में खड़े उम्मीदवारों के बारे में हर जानकारी सार्वजनिक है। यह भ्रम है कि उनके आर्थिक मामलों, अनुचित संबंधों, आपराधिक रिकॉर्ड इत्यादि के बारे में नागरिकों को सब कुछ पता है। फिलीपींस, भारत और ब्राजील जैसे देशों में नागरिकों को अपने चुने हुए नेताओं के बारे में कई गंभीर बातों की जानकारी चुनाव के बाद हुई। इसलिए पत्रकारों को चुनाव से पहले उम्मीदवारों के बारे में गहराई से जांच करनी चाहिए।
इस अध्याय में हम उम्मीदवारों के ऑनलाइन और चुनावी ख़र्च के इतिहास का पता लगाने के लिए कुछ प्रभावी टूल की जानकारी देंगे। राजनेताओं का इतिहास जानने वाले लोगों से जुड़ने के टिप्स भी दिए जाएंगे। इनकी अवैध, गोपनीय संपत्ति खोजने के लिए संसाधन बताए जाएंगे। ब्राजील की एक प्रमुख पत्रकार ने राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो की जांच कैसे की, इसकी कार्यप्रणाली भी बताई जाएगी।
उम्मीदवारों की जांच में उनकी वैध एवं अवैध संपत्ति की खोज, हितों के टकराव, आपराधिक कनेक्शन, पिछले नामांकन पत्र में किए गए दावे, पारिवारिक व्यापार नेटवर्क, विदेशी संबंध और व्यक्तिगत इतिहास से जुड़े इत्यादि मामले शामिल हैं।
राजनीतिक लोगों की पृष्ठभूमि जांचने में रचनात्मकता की काफी जरूरत है। वर्ष 2016 में सर्बिया के स्वतंत्र मीडिया संगठन (जीआईजेएन सदस्य) केआरआईके ने नेताओं और उनके परिजनों की संपत्ति का व्यापक डेटाबेस तैयार किया। साथ ही, कानून प्रवर्तन एजेंसियों के पुराने रिकॉर्डस का भी पता लगाया। टीम ने विभिन्न डेटाबेस की जांच करके विशेषज्ञों से संपत्ति का मूल्यांकन कराया। फिर उनके निष्कर्षों के आधार पर महत्वपूर्ण एवं ठोस रिपोर्ट तैयार की।
वर्ष 2012 में पाकिस्तानी पत्रकार उमर चीमा ने बड़ी खबर निकाली। उन्होंने चुनाव आयोग से डेटा लेकर राजनेताओं द्वारा टैक्स जमा करने संबंधी आंकड़े सार्वजनिक किए। इसमें व्हिसल ब्लोअर की भी मदद ली। पता चला कि पाकिस्तान सरकार के 34 कैबिनेट मंत्रियों और दो-तिहाई से अधिक सांसदों ने वार्षिक टैक्स रिटर्न दाखिल ही नहीं किया है। इस खबर के कारण पाकिस्तान के चुनावों में वित्तीय पारदर्शिता का बड़ा बदलाव हुआ। नेताओं को अपने टैक्स भुगतान संबंधी पूरी जानकारी एक सार्वजनिक निर्देशिका में डालना जरूरी कर दिया गया। उसे नागरिक और पत्रकार आसानी से देख सकते हैं।
अमेरिका में एक संघीय न्यायिक सुनवाई के आधार पर उम्मीदवारों के लिए संपत्ति प्रकटीकरण फॉर्म भरना अनिवार्य कर दिया गया था। इसके कारण राजनेताओं की पृष्ठभूमि की व्यापक जांच का अवसर मिला। न्यूयॉर्क टाइम्स ने वर्ष 2018 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के व्यापार साम्राज्य से जुड़े कथित टैक्स घोटालों का पर्दाफाश किया। इस स्टोरी को पुलित्जर एवार्ड मिला। उल्लेखनीय है कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के वातावरण में दुनिया भर के अधिकांश राजनेता किसी अनजान पत्रकार से बात करने में संकोच करते हैं। इसलिए ऐसी रिपोर्टिंग और चुनाव के दौरान उम्मीदवारों की जांच के लिए पत्रकारों में खास कौशल की आवश्यकता पड़ती है।
डोनाल्ड ट्रम्प वाली उस स्टोरी के लिए खोजी रिपोर्टर रूस बुएटनर ने बहुत रचनात्मक तरीके का इस्तेमाल किया। वह अपने हाथ में एक मोटी-सी फाइल लेकर अनजान लोगों के घर तक पहुंचते और कुछ जानकारी मांगते। वह लोगों को ऐसा दिखाते मानो उन्हें पहले से ही सभी मूल तथ्यों की जानकारी है। इससे उन लोगों को कोई जानकारी देने में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं पड़ती थी। ब्राजील की पत्रकार जुलियाना दल पिवा का तरीका काफी रचनात्मक था। उन्होंने नागरिकों को हस्तलिखित नोट्स देकर उम्मीदवारों के बारे में उनकी राय मांगी। इसमें लोगों को यह एहसास नहीं होने दिया गया कि उनसे किसी रहस्य की जानकारी मांगी जा रही हो। इस संबंध में विस्तृत जानकारी इस आलेख में नीचे दी गई है।
कई विशेषज्ञों ने उम्मीदवारों का इतिहास सामने लाने के लिए कई तकनीक और उपकरणों की जानकारी दी है। इनके जरिए ऐसे तथ्य सामने आ सकते हैं, जिन्हें उम्मीदवार अपने मतदाताओं से छुपाना चाहते हैं।
उम्मीदवारों का इतिहास खोजने के ऑनलाइन उपकरण
ट्वीट-बीवर (TweetBeaver) – इस टूल के जरिए किसी उम्मीदवार के हजारों ट्वीट्स को सीएसवी या एक्सेल फाइल में डाउनलोड करें। इस टूल के माध्यम से आप उस उम्मीदवार की संपर्क सूची भी डाउनलोड कर सकते हैं। उसके फॉलोअर्स की खोज करके उनके परस्पर संबंध ढूंढ सकते हैं। इस सेवा के लिए आपको अपने ट्विटर खाते से साइन-इन करना होगा।
‘व्हाट्स माई नेम‘(WhatsMyName app) – किसी उम्मीदवार के ट्विटर या इंस्टाग्राम के सोशल मीडिया हैंडल को कॉपी करें। उसे इस ऐप में डालें। यह लगभग 600 विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं में उस उपयोगकर्ता नाम की खोज करेगा। इसमें सार्वजनिक सेवाओं के अलावा अन्य सभी प्रकार की साइटें और इंटरेक्टिव गेम पोर्टल जैसी विशिष्ट साइटें भी शामिल हैं। प्रो-पब्लिका के क्रेग सिल्वरमैन के अनुसार वही उम्मीदवार अब भी उस खाते का उपयोग कर रहा है, इस बात की पुष्टि करने के लिए आपको अतिरिक्त जांच करनी होगी। इस ऐप के जरिए किसी उम्मीदवार की पृष्ठभूमि और राजनीति से बाहर के उसके संबंधों को खोजने में काफी मदद मिलेगी। इसका एक बड़ा उदाहरण मोल्दोवा के एक पूर्व राष्ट्रपति संबंधी जांच में देखने को मिला। उनके निजी उपयोगकर्ता नाम – ‘क्रेमलिनोविसी‘ की जांच से इस बात का खुलासा हुआ कि मोल्दोवा के चुनावों में रूस की सरकार ने स्पष्ट तौर पर हस्तक्षेप किया। जीआईजेएन के सदस्य मीडिया संगठन ‘राइज मोल्दोवा‘ ने यह जांच की।
वे-बैक मशीन (Wayback Machine) – इस मशीन में प्रतिदिन एक अरब से अधिक यूआरएल या वेब पते संग्रहित (आर्काइव) किए जाते हैं। इसमें आप उम्मीदवारों द्वारा अपने भाषणों, बयानों में किए गए बदलाव या उन्हें डिलीट करने की जांच कर सकते हैं। इस सेवा आर्काइव डॉट इज (Archive.is) को आजमाएं।
‘हू पोस्टेड व्हाट?‘ (Who Posted What?) – यह एक विश्वसनीय टूल है। यह आपको दिनांक और विषय के अनुसार फेसबुक के पोस्ट और वीडियो खोजने की अनुमति देकर डेटा विश्लेषण की काफी सुविधा देता है। इसके निर्माता एवं प्रशिक्षक हेंक वैन एएस के अनुसार इसमें सर्च के लिए आप ‘पोस्ट‘, ‘वीडियो‘ या ‘इमेज‘ लिखकर इनकी तलाश कर सकते हैं। यह फेसबुक आईडी नंबर भी ढूंढ सकता है। उसे आप एक अन्य टूल ‘ग्राफ डॉट टिप्स‘ (graph.tips) में प्लग करके किसी उपयोगकर्ता के पोस्ट और तस्वीरों को खोज सकते हैं।
इंस्टाग्राम पोस्ट – उम्मीदवारों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए इंस्टाग्राम पोस्ट का भी उपयोग करें। आप जिस उम्मीदवार की जांच कर रहे हैं, वह अगर सोशल मीडिया पर पोस्ट करता है, तो अपने मोबाइल डिवाइस पर जियो लोकेशन फंक्शन को चालू करता होगा। ऐसा होने पर ‘क्रीपी ऐप‘ (Creepy app) के जरिए उसके विगत दिनों के आवागमन पर नजर रख सकते हैं। यह एक ओपन-सोर्स जियो लोकेशन टूल है। यह गूगल मैप्स पर ट्विटर, फ्लिकर और इंस्टाग्राम पोस्ट के समय और स्थानों को दिखा सकता है। इसके द्वारा उत्पन्न पिन की श्रृंखला ग्राफिक रूप से उस उम्मीदवार की पूरी यात्रा दिखा सकती है। इसमें संभवतः ऐसी गोपनीय यात्रा भी हो, जिसे मतदाताओं से छुपाया जा रहा हो।
गूगल में परस्पर संबंधों को खोजें। दो उम्मीदवारों या उनके चुनाव प्रचार से जुड़े लोगों के परस्पर संबंध देखने के लिए उम्मीदवार का नाम उद्धरण-चिन्ह के साथ लिखें। उसके बाद AROUND(17) लिखकर उसके बाद दूसरा नाम लिखकर ऐसे दस्तावेज ढूंढें जहां वे कीवर्ड एक-दूसरे के 17 शब्दों के भीतर दिखाई दें। आप 10 और 25 के बीच कोई भी संख्या आजमा सकते हैं। एराउंड और कोष्ठक के बीच कोई स्थान नहीं छूटना चाहिए। किसी उम्मीदवार तथा उससे जुड़े लोगों के साथ प्रकाशित साक्षात्कारों को खोजने के लिए, गूगल में ‘साक्षात्कार‘ लिखकर सर्च करने के बजाय ऐसे लिखें- ‘स्मिथ ने कहा‘ (“Smith says”)
फेशियल रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर – उम्मीदवार के पुराने सहयोगियों और परिचितों का पता लगाने के लिए ऑनलाइन तस्वीरें खोजें। अधिकांश उम्मीदवार कई बरसों से सार्वजनिक जीवन में होते हैं। उनकी पहले की कई तस्वीरें ऑनलाइन होंगी। संभव है, विदेशी व्यवसायियों या चरमपंथी समूहों के साथ उनकी तस्वीरें मिल जाएं। चेहरे की पहचान और Pimeyes, Yandex, and TinEye जैसे शक्तिशाली उपकरण के बारे में जीआईजेएन का लेख पढ़ें। इसके अलावा, एक अन्य आलेख में टेलीग्राम बॉट्स की मदद से उनका उपयोग करने के कुछ रचनात्मक तरीकों की जानकारी लें।
चुनाव प्रचार अभियान के स्रोत से संपर्क कैसे करें?
उम्मीदवारों की जांच करने के लिए आपको उन लोगों तक पहुंचना होगा, जो उम्मीदवारों को जानते हैं। आप संभावित स्रोतों के फोन नंबर और ईमेल पते हासिल करने की कोशिश कर सकते हैं। हालांकि गोपनीयता कारणों से गूगल में किसी का ई-मेल पता खोजना आसान नहीं। इसलिए आप इन उपकरणों की मदद ले सकते हैं।
- ‘ई-मेल‘ पते की जानकारी लें – दुनिया भर में चुनावी प्रचार अभियान से जुड़े लोगों के लिए संचार का पसंदीदा चैनल ‘ई-मेल‘ है। ‘नेम-टू-ईमेल‘ (Name2Email) या ईमेल फॉर्मेट (Email Format) जैसी साइटों के जरिए अपनी जरूरत के लोगों का ईमेल पता जानने का प्रयास करें। प्रोपब्लिका के सिल्वरमैन का कहना है कि ऐसे अभियान में लोगों की भर्ती ककरने वाले लोग ज्यादातर दो प्लग-इन टूल का उपयोग करते हैं- ‘सिग्नल-हायर‘ (SignalHire) और ‘कॉन्टैक्ट-आऊट (ContactOut)। इनके माध्यम से उन स्रोत व्यक्तियों का संपर्क विवरण मिल सकता है, जो लिंक्ड-इन प्रोफाइल पर दिखाई नहीं देते हैं। इसके अलावा, ‘लुशा क्रोम एक्सटेंशन‘ (Lusha Chrome extension) एक मुफ्त कार्यक्रम है। यह लिंक्ड-इन और ट्विटर से लोगों का ऐसा संपर्क विवरण निकाल सकता है, जो उन खातों पर नहीं दिखता है। इसके जरिए किसी संगठन के पूर्व कर्मचारियों तक पहुंचने में भी मदद मिल सकती है।
- हंटर (Hunter) – किसी वेबसाइट से ई-मेल निकालने के लिए ‘हंटर‘ का उपयोग करें। हंटर आपको प्रति माह 25 मुफ्त खोज की सुविधा देता है। इससे अधिक खोज के लिए कई भुगतान आधारित सुविधा है।
- यूरोपीय संघ के बाहर के चुनाव कवर करने वाले पत्रकारों को ‘सामान्य डेटा संरक्षण विनियमन‘ (जीडीपीआर) के गोपनीयता प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे पत्रकार ‘ट्रू-कॉलर‘ (Truecaller) और ‘सिंक डॉट एमई‘ (ME) जैसी साइटों का उपयोग करके स्रोत व्यक्तियों के फोन नंबरों की तलाश कर सकते हैं।
- पिपल प्रो (Pipl Pro) – यह रिसर्च टूल महंगा है। लेकिन यह टूल काफी शक्तिशाली है। चुनाव का विशेष कवरेज काफी महत्वपूर्ण काम होने के कारण सक्षम मीडिया संगठन इसका उपयोग कर सकते हैं। बीबीसी साइबर जासूस पॉल मायर्स इस सेवा को काफी पसंद करते हैं। जर्मनी में वर्ष 2019 में आयोजित वैश्विक खोजी पत्रकारिता सम्मेलन में उन्होंने इसकी खूबियां दिखाईं। एक मिनट के भीतर इस टूल के जरिए दर्जनों संपर्क विवरण तथा किसी के स्वामित्व वाले सारे व्यवसायों को तलाश सकता है। यह ब्रिटेन की सबसे संरक्षित सार्वजनिक हस्तियों की भी जानकारी निकाल सकता है।
- लिटल-सीस टूल (LittleSis) – राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच संबंध खोजने के लिए यह टूल आजमाएं। विशेष रूप से उत्तरी अमेरिका में यह काफी कारगर है। हार्वर्ड विश्वविद्यालय के शोरेंस्टीन सेंटर की रिसर्च फैलो एवं डिजिटल शोधकर्ता जेन लिट्विनेंको ने कहा – “यह टूल यूएस-केंद्रित है, लेकिन वहीं तक सीमित नहीं है। यह उन प्रमुख लोगों के बीच संबंधों को मैप करता है जिनके बारे में आपने अन्यथा नहीं सोचा होगा। एक उदाहरण देखें। लिटल-सीस टूल में ‘नाम‘ खोजने से पता चलता है कि ट्रम्प के ‘बिल्ड द वॉल‘ अभियान से जुड़े कुछ लोग उनके झूठे ‘स्टॉप द स्टील‘ अभियान में भी शामिल थे।“
गुप्त संपति की जांच के लिए टूल
चुनावों के दौरान राजनेताओं की गुप्त संपत्ति और वित्तीय हितों को उजागर करने वाली खबरों का काफी महत्व होता है। राजनेता इन चीजों को छिपाने का प्रयास करते हैं जबकि मीडिया इन्हें सामने लाता है। राजनेताओं की गुप्त संपत्तियों को खोजने के नए तरीकों पर जीआईजेएन का नया टूलबॉक्स देखें। इन चीजों को ट्रैक करके मनी लॉन्ड्रिंग की जांच पर हमारी गाइड भी आपके लिए उपयोगी है। इसके अलावा हम विशेषज्ञ से बात करके निम्नलिखित तरीकों से रिपोर्टिंग का सुझाव देते हैं:
- ‘ओपेन सेंक्शन्स‘ डेटाबेस (OpenSanctions database) – यह उपयोगकर्ता के अनुकूल एक नया डेटाबेस है। इसमें ऐसे लोगों के नाम मिल जाएंगे, जिन पर आर्थिक प्रतिबंध लगे हों, या जिनकी यात्रा पर रोक लगाई गई हो। विदेशी तानाशाहों या आतंकवादी संगठनों से जुड़े लोगों की सूची भी इसमें मिल जाएगी। आप जिन राजनेताओं या उम्मीदवारों पर रिपोर्टिंग कर रहे हैं, उनके नाम इस डेटाबेस में खोजने का प्रयास करें। उन राजनेताओं के सहयोगियों अथवा चंदादाताओं के नाम भी इस लिस्ट में खोज सकते हैं। इस डेटाबेस में सार्वजनिक धन तक पहुंच वाले 140,000 से अधिक लोगों और 24,000 प्रतिबंधित व्यक्तियों के नाम हैं। इसमें किसी बड़े डेटाबेस के तहत किन्हीं हितों के टकराव को क्रॉस-चेक करने की सुविधा भी है ।
- एलेफ आर्काइव (Aleph) – इसे ‘ओर्गेनाइल्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट‘ के तहत बनाया गया है। यह फॉलो-द-मनी बैकग्राउंडिंग का सबसे शक्तिशाली टूल है। इसमें लगभग 150 मिलियन इकाइयों का डेटा है। इसमें उत्कृष्ट डेटा स्क्रैपिंग और सुरक्षित डेटा-साझाकरण सुविधा है। यह राजनेताओं के गुप्त धन की तलाश का एक उत्कृष्ट उपकरण है ।
- ‘ओपेन कॉरपोरेट्स‘ डेटाबेस (OpenCorporates database) – इसमें राजनेताओं के व्यावसायिक हितों का पता लगाने के लिए उपलब्ध डेटाबेस की जाँच करें। इस खुले डेटाबेस में 100 मिलियन से अधिक कॉरपोरेट संस्थाओं के स्वामित्व की जानकारी शामिल है। खोजी पत्रकार लियोनेल फॉल ने पूरे अफ्रीका में गोपनीय धन पर महत्वपूर्ण रिपोर्टिंग की है। उन्होंने ‘ओपेन कॉरपोरेट्स‘ को कॉरपोरेट डेटा के लिए एक प्रभावी ‘वन-स्टॉप-शॉप‘ बताया है। यह जांच के फोकस से दूर स्थित व्यवसायों का भी पता चल सकता है। उन्होंने ‘एलेफ‘ के साथ संयोजन में इसका उपयोग करने की सलाह दी।
- नेक्सिस डिलिजेंस टूल (Nexis Diligence tool) – यह भी काफी उपयोगी है। यह चुनाव से जुड़े लोगों और राजनेताओं के इतिहास संबंधी सार्वजनिक रिकॉर्ड, वॉचलिस्ट, कानूनी स्रोत, प्रतिबंध अभिलेखागार, और खास राजनीतिक वजहों से चिन्हित व्यक्तियों की सूची का विशाल वैश्विक डेटा निकाल कर सकता है। इसका ‘पर्सन चेक फंक्शन‘ (‘Person Check’ function) किन्हीं खास व्यक्तियों की तलाश के लिए एक शक्तिशाली मैग्नीफाइंग ग्लास प्रदान करता है। विभिन्न उन्नत डेटा और एनालिटिक्स लेक्सिस नेक्सिस सेवाओं में चुनावी खुदाई के लिए कई अनुप्रयोग शामिल हैं। इसके लिए सदस्यता शुल्क का भुगतान करना पड़ता है। यह मंच पत्रकार-अनुकूल है। जीआईजेएन के सदस्यों को कम दर पर इसकी सुविधा मिल सकती है। जो पत्रकार इसके शुल्क का भुगतान नहीं कर सकते हैं, वे किसी विश्वविद्यालय पुस्तकालयों में टर्मिनल या अनुसंधान पुस्तकालय के माध्यम से इसका उपयोग कर सकते हैं।
- ‘ओपेन सीक्रेट्स (OpenSecrets) – खासकर अमेरिकी चुनावों के लिए यह काफी उपयोगी है। इसमें अंतरराष्ट्रीय काला धन दाताओं का सुराग मिल सकता है। इसे ‘सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिव पॉलिटिक्स‘ ने बनाया है। यह चुनाव प्रचार अभियान से जुड़े वित्त और लॉबिस्ट योगदान पर एक उत्कृष्ट तथा खोज करने योग्य डेटाबेस है।
- ‘हूक्सी‘ (Whoxy) – चुनाव प्रचार अभियानों से जुड़ी रहस्यमय कंपनियों की की गहन जांच में यह उपकरण उपयोगी हो सकता है। प्रॉक्सी कंपनियों की वेबसाइट का पंजीकरण करने वाले व्यक्ति की पहचान करने में यह मदद कर सकता है।
- क्या आपके देश में सूचना का अधिकार कानून लागू नहीं है? ऐसी स्थिति में पता लगाएं कि आप जिस राजनेता की जांच कर रहे हैं, उसका किन अन्य देशों से कोई इतिहास जुड़ा है। उन देशों में सूचना का अधिकार कानून लागू हो, तो उन सरकारों से सूचना मांगें। (दुनिया भर में सूचना का अधिकार कानूनों और प्रक्रियाओं के लिए जीआईजेएन की गाइड देखें।)
उम्मीदवारों की जांच का तरीका
जुलियाना दल पिवा ब्राजील की खोजी पत्रकार हैं। वह ‘यूओएल न्यूज प्लेटफॉर्म‘ के लिए लिखती हैं। पहले वह ‘ओ ग्लोबो’ में रिपोर्टर थीं। उन्होंने ब्राजील के तानाशाह राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो तथा उनके सहयोगियों के गुप्त सौदों पर गहराई से खोजी पत्रकारिता की है ।
इस साहसी पत्रकारिता के कारण बोल्सोनारो समर्थकों से उन्हें कई खतरों का सामना करना पड़ा। एक वकील से मिली धमकी के कारण उन्हें छिपना भी पड़ा। बाद में जुलियाना दल पिवा ने हर्जाने के लिए एक दीवानी मुकदमा दायर किया।
वर्ष 2018 में राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने से पहले बोल्सोनारो की असलियत बहुत कम लोग जानते थे। जनता को उनकी पृष्ठभूमि, उद्देश्यों और हितों के कथित टकराव के बारे में बहुत कम जानकारी थी। जुलियाना दल पिवा की खोजी पत्रकारिता के कारण राष्ट्रपति और उनके आंतरिक सर्कल से जुड़े लोगों की वित्तीय अनियमितताओं का पता चला।
जुलियाना दल पिवा ने उम्मीदवारों की जांच के लिए निम्नांकित महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं:
- मान लें कि आप उम्मीदवार के बारे में कुछ नहीं जानते हैं। आपके अपना शोध बिल्कुल शून्य से शुरू करना है। किसी भी उम्मीदवार को उसके पूर्व व्यवसाय या डिग्री के आधार पर पाक-साफ या भला आदमी न समझ लें। किसी उच्च डिग्री के कारण उसे नैतिक मानक पर उच्च समझने से बचें। विशेष रूप से उच्च प्रतिष्ठा वाले पेशे, जैसे कि पादरी या कानूनी डिग्री वगैरह से भ्रमित न हों। यह एक सामान्य गल्ती अक्सर हो जाती है। पत्रकार सोचते हैं कि वे राजनेताओं को अच्छी तरह जानते हैं। इसलिए पत्रकार ऐसे राजनेताओं के संबंध में मूल बातों और शुरुआत में वापस नहीं जाते हैं। जैसे, आपको यह पता लगाना चाहिए कि उसकी पहली पत्नी कौन थी? दूसरी पत्नी कौन है? उनके बच्चे कहाँ हैं? केवल गूगल सर्च से शुरुआत कर सकते हैं। ऐसे प्रश्न काफी महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
- उन राजनेताओं से जुड़े पिछले मुकदमों और उनके बयानों का अदालती रिकॉर्ड निकालें। दोनों पक्षों और वकीलों के नाम और संपर्क विवरण नोट करें। उनसे आपको अच्छी जानकारी मिल सकती है।
- अपनी तरफ से आप उस उम्मीदवार की एक जीवनी तैयार करें। उसके परिवार के लोगों, नजदीकी व्यक्तियों, समूहों, वित्तीय हितों पर ध्यान केंद्रित करें। उनके साथ कौन किस तरह के लोग किस वजह से जुड़े हैं? उम्मीदवार के पालन-पोषण, धार्मिक और वैचारिक जुड़ाव, कानूनी इतिहास और मुद्दों पर उनकी सोच या स्थिति में बदलाव जैसे तथ्यों पर गौर करें।
- कागज की एक बड़ी शीट पर एक ‘मकड़ी‘ के जाल के रूप में कनेक्शन नक्शा स्केच करें। इसमें पति या पत्नी, बच्चों और पूर्व पति-पत्नी जैसी श्रेणियों के लिए मंडलियां हों। सहयोगी, दाता और शत्रु, वर्तमान और पूर्व के घर और कार्यालय और व्यवसायों और दान इत्यादि का विवरण और कनेक्टिंग तार जोड़ें। इन कनेक्शनों को मैप करने के लिए डेटा विजुअलाइजेशन सॉफ्टवेयर का भी उपयोग कर सकते हैं।
- पता लगाएं – क्या सरकारी पद मिलने के बाद उस राजनेता की संपत्ति बढ़ी या पहले से थी। यदि सत्ता में आने के बाद संपत्ति में काफी इजाफा हुआ, तो किन सरकारी नीतियों और धन से उन्हें किस हद तक लाभ हुआ? उस राजनेता ने किन लोगों को नाजायज लाभ पहुंचाया?
- यह भी पता लगाएं कि उनके सहयोगी कौन हैं? उनके नए बने सहयोगी कौन हैं? सबसे महत्वपूर्ण बात यह भी पता लगाएं कि उनके ऐसे दुश्मन कौन हैं, जो पहले सहयोगी हुआ करते थे? ऐसे लोग आपकी जांच में महत्वपूर्ण होंगे।
- यदि आपके देश में राजनेताओं के लिए संपत्ति की घोषणा अनिवार्य हो, तो इन दस्तावेजों तक पहुंचने के लिए ऑनलाइन चुनाव पोर्टल देखें। सूचना के अधिकार का भी उपयोग करें। एक स्प्रेडशीट में प्रत्येक संपत्ति की सूची बनाएं। वाहन, जमीन, मकान, कंपनी के शेयरों तथा अघोषित संपत्तियों की तलाश करें। काला धन छिपाने के लिए पैतृक मकान की कीमत का अधिक मूल्यांकन जैसे मामलों की भी जांच करें।
- यदि आपके देश में राजनेताओं के लिए संपत्ति की घोषणा अनिवार्य नहीं है, तो अघोषित संपत्ति का पता लगाने के लिए उम्मीदवारों के जीवनसाथी के फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया खातों की छानबीन करें। उदाहरण के लिए, लाइबेरिया के स्वतंत्र पत्रकार बेट्टी के. जॉनसन-मबायो का कहना है कि राजनेताओं के जीवनसाथी के पोस्ट पत्रकारों के लिए सोने की खान हैं। जुलियाना दल पिवा के अनुसार ब्राजील में पत्रकार केवल ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से उम्मीदवारों और उनकी संपत्ति पर डेटा खोज सकते हैं। लेकिन मूल दस्तावेजों की प्रतियां खोजने के लिए सूचना का अधिकार के तहत अनुरोध की आवश्यकता होती है।
- जुलियाना दल पिवा ने कहा कि कुछ संपत्ति प्रकटीकरण प्रणाली में उम्मीदवारों को पूर्व चुनाव के दौरान में अर्जित संपत्ति के मूल्य को अद्यतन करने की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए पत्रकारों को उम्मीदवार के बैलेंस शीट की एक सटीक तस्वीर बनानी चाहिए। उनके डीड्स और भूमि रजिस्ट्रियों के साथ-साथ मूल्यांकन स्रोतों से भी सही जानकारी लेनी चाहिए।
- व्हिसल ब्लोअर के लिए ‘टिप्स‘ और एन्क्रिप्टेड संचार चैनल के जरिए कॉल करके सबूत और लीक दस्तावेजों को साझा करना आसान और सुरक्षित बनाएं। लेकिन ध्यान रखें कि कोई गलत इरादे या पक्षपातपूर्ण उद्देश्यों के तहत गुमराह न करे। इसके लिए स्रोतों द्वारा प्रोटॉनमेल (ProtonMail) खातों का उपयोग सुरक्षित है। जुलियाना दल पिवा का कहना है कि ब्राजील में चुनाव अभियान के व्हिसल ब्लोअर व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए फोन करते थे। अधिकांश लोग व्हाट्सएप द्वारा संवाद करने में सहज महसूस करते हैं। ध्यान दें कि कई चुनाव अभियानों के कर्मचारियों का राजनीतिक आदर्शवाद उन्हें संभावित व्हिसल ब्लोअर बनाता है। चुनाव अभियानों के भीतर बहुत से लोग विश्वासघात महसूस करते हैं, या जो कुछ वे देखते हैं उससे वास्तव में चिंतित हो जाते हैं।
- उम्मीदवार को सार्वजनिक जगहों और सड़क यात्राओं के दौरान नजदीक से देखने और तथ्य जुटाने की कोशिश करें। उनके निचले कार्यकर्ताओं और स्टाफ पर ध्यान दें जो हमेशा उनके साथ जाते हैं। ये लोग उम्मीदवार के बारे में बहुत कुछ जानते हैं। ड्राइवर, फोटोग्राफर, स्टाफ, रसोइया इत्यादि। सड़क पर चलते हुए व्यक्तिगत रूप से अपना परिचय देकर इनसे बात करें तो बहुत जानकारी मिलगी।
- आम नागरिकों के घर किसी उम्मीदवार के बारे में उनके विचारों को जानने की कोशिश करें। अगर किसी घर के लोग दरवाजा नहीं खोलना चाहें, तो एक कागज पर अपने आने का मकसद लिखकर दरवाजे के नीचे से अंदर डाल लें। जुलियाना दल पिवा कहना है कि इसमें एक रिपोर्टर के रूप में आपकी भूमिका बताते हुए लिखें कि आप कुछ समझना चाहते हैं। आप तथ्यों के बजाय उनके विचार जानने का अनुरोध करते हुए अपना गैर-व्यक्तिगत संपर्क विवरण लिखें। आप अगर ‘ऑफ द रिकॉर्ड‘ जानकारी मांगेंगे, तो लोग आसानी से बात करने को तैयार हो जाएंगे। कुछ मिनट के लिए बाहर प्रतीक्षा करें। शायद आपको तुरंत अंदर आमंत्रित किया जा सकता है। जुलियाना दल पिवा को इस तरीके से काफी लोगों से महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं।
- ज्यादा-से-ज्यादा लोगों तक पहुंचें। यदि आप सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं, तो आपके पास एक पेशेवर प्रोफाइल होनी चाहिए। इसमें आपकी रिपोर्टिंग वाली भूमिका साफ दिखाई देती हो। ऐसा होने पर नए लोग आपको एक गंभीर पत्रकार के बतौर देखेंगे, न कि मात्र एक ट्रोल समझ लें। जुलियाना दल पिवा कहती हैं- ”मैंने 30 से 40 अजनबी लोगों को संदेश भेजे। छह महीने बाद आखिरकार एक व्यक्ति ने जवाब दिया। वह बहुत ही महत्वपूर्ण स्रोत था। जवाब देने से पहले उस व्यक्ति ने पहले मुझ पर शोध किया था।”
स्थानीय पृष्ठभूमि का डेटाबेस बनाएं
जुलियाना दल पिवा ने उम्मीदवारों की सूचना का अच्छा डेटाबेस बनाने का सुझाव दिया। इसके लिए ब्राज़ील के कुछ डेटाबेस का उदाहरण यहां प्रस्तुत है। इससे अन्य देशों में पत्रकारों को अंदाज सकता है कि आपको किस प्रकार के स्थानीय डेटाबेस उपलब्ध हो सकते हैं। एक अच्छे डेटासेट की सूची का भी आइडिया आपको होगा। यह सूची इस प्रकार है:
- राजनीतिक सम्मेलन का अच्छा डेटाबेस । कुछ इस तरह का।
- व्यक्तिगत खर्च का डेटाबेस ।
- पद से जुड़े दस्तावेज ।
- सूचना का अधिकार के तहत दस्तावेजों का डेटाबेस ।
- पत्रकारों द्वारा तैयार किया गया डेटाबेस, जो कंपनियों के साथ राजनेताओं के संबंध जांच सकता है। यह डेटाबेस देखें। इसे ब्राजीलियाई एसोसिएशन ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म (अब्राजी) ने बनाया है।
जुलियाना दल पिवा कहती हैं- “जिन लोगों ने किसी उम्मीदवार के खिलाफ पहले मुकदमे लड़े हों, उनसे बात करना काफी दिलचस्प है। अदालती रिकॉर्ड में उनके फोन नंबर और ईमेल पते भी मिल जाते हैं। लेकिन किसी उम्मीदवार को अच्छी तरह से समझने के लिए उसके विभिन्न पहलुओं पर गहराई से जाना होगा। उनकी धार्मिक जातीय पृष्ठभूमि क्या रही? जब वे छोटे थे तब उन्होंने क्या अध्ययन किया? किस बात ने उन्हें राजनीति में प्रवेश करने के लिए प्रेरित किया? ऐसी हर चीज आपके लिए उपयोगी है।“
संपादकीय टिप्पणी: चुनावी रिपोर्टिंग के लिए जीआईजेएन गाइड का यह तीसरा अध्याय है। इस गाइड के चार अन्य अध्याय भी प्रकाशित किए गए हैं।
अतिरिक्त संसाधन
Elections Guide for Investigative Reporters: Introduction
Investigating Politicians: Chapter 8 of the GIJN Citizen Investigations Guide
Essential Resources for the US Election: A Field Guide for Journalists on the Frontlines
रोवन फिलिप जीआईजेएन के संवाददाता हैं। वे पूर्व में दक्षिण अफ्रीका के संडे टाइम्स के मुख्य संवाददाता थे। एक विदेशी संवाददाता के रूप में उन्होंने दुनिया भर के दो दर्जन से अधिक देशों से समाचार, राजनीति, भ्रष्टाचार और संघर्ष पर रिपोर्ट दी है।