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कम समय में किसी की पृष्ठभूमि का पता कैसे लगाएं?

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खोजी पत्रकारिता किसी मैराथन दौड़ के समान है। पत्रकारों को बेहद कम समय के भीतर आवश्यक जानकारियां जुटानी पड़ती है। किसी अज्ञात व्यक्ति के बारे में अचानक कोई बड़ा खुलासा होता है। उस व्यक्ति ने कोई बड़ा घोटाला किया हो, या किसी बड़े आदमी की हत्या कर दी हो, या किसी बड़े मामले में खुद मारा गया हो। अचानक चर्चा में आए ऐसे किसी अज्ञात व्यक्ति की पृष्ठभूमि के संबंध में पूरी जानकारी हासिल करना एक बड़ी चुनौती होती है। ऐसे मामले ब्रेकिंग न्यूज के होते हैं। मीडिया की प्रतियोगिता में टिके रहने के लिए आपको बेहद कम समय के भीतर उस आदमी की पुख्ता जानकारी जुटानी है। इस आलेख में इसके तरीके बताए गए हैं।

समय के दबाव (डेडलाइन) की ऐसी स्थिति किसी ब्रेकिंग स्टोरी के दौरान आती है। लेकिन इसके अलावा भी कई मामलों में बेहद कम समय के भीतर पूरी जानकारी जुटानी पड़ती है। देर होने से आप कई जानकारियों से वंचित हो सकते हैं। किसी अपराध के ऑनलाइन सबूत किसी अपराधी या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म द्वारा हटाए जा सकते हैं। किसी प्रतिद्वंद्वी न्यूजरूम द्वारा हमारे किसी प्रोजेक्ट को हड़प लिए जाने की भी संभावना होती है। किसी व्हिसिल ब्लोअर को तुरंत कानूनी रूप से प्रतिबंधित करने या चुप रहने के लिए डराने की संभावना होती है। ऐसे में आप तत्काल जानकारी निकाल लें, तो बेहतर होगा। कई बार कोई मुख्य स्रोत केवल उस पहले रिपोर्टर को ही जानकारी देना चाहता हो, जिससे उसकी पहले बात हुई थी। ऐसे में आपको अपने स्तर से जांच करनी होती है। संपादक बीट पत्रकारों को महज कुछ घंटों के भीतर किसी खोजी पिच की पुष्टि करने या अपनी बीट पर लौटने के लिए कहते हैं।

निर्धारित समय के भीतर उपयोगी जानकारी पाने के लिए एक खोजी पत्रकार को अपने मुख्य आंतरिक स्रोतों को तत्काल फोन करना चाहिए। साथ ही, ऑनलाइन सर्च के जरिए किसी अपरिचित नाम को खोजने के लिए बुनियादी बूलियन शब्दों का उपयोग करना चाहिए। ‘सोशल मीडिया में जांच कैसे करें‘ – इस विषय पर जीआईजेएन ने वेबिनार आयोजित कर चुका है। इसमें ऑनलाइन जांच प्रशिक्षक हेंक वैन ईएस  ने बताया था कि मात्र 15 मिनट के भीतर किस तरह उन्होंने एक अज्ञात बेल्जियम परिवार का पता लगाया। एक स्विस गांव के उस घर में एक सदस्य की हत्या कर दी गई थी।

त्वरित जांच के लिए हेंक वैन ईएस ने उद्धरण चिह्न डालकर गूगल में कुछ ज्ञात विवरणों को खोजा। फेसबुक में स्थानीय शहर के लिए सामान्य बेल्जियम उपनाम ‘वान‘ लिखकर खोज की। फिर लिंक्ड-इन में अतिरिक्त विवरण दर्ज करके आंतरिक स्रोतों को ढूंढा। इस तरह महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई। (लिंक्ड-इन पर सर्च के लिए हेंक वैन ईएस के नए सुझाव यहां  देखें।)

वर्ष 2023 में ‘इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टर्स एंड एडिटर्स‘ का सम्मेलन IRE23 हुआ। इसमें ‘बैकग्राउंडिंग पीपल इन ए आवर‘ विषय पर एक सत्र रखा गया। इसमें इन तीन विशेषज्ञों ने कम समय के भीतर अज्ञात लोगों की पृष्ठभूमि का पता लगाने के तरीके बताए-

माइकल बिसेकर ने कहा- “हम सभी पत्रकारों को डेडलाइन का सामना करना पड़ता है। अचानक कोई समाचार ब्रेक होता है तो किसी अज्ञात व्यक्ति का नाम सामने आता है। किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उसका उल्लेख किया गया होता है। पुलिस ने अभी-अभी कोई नाम लीक किया है। तब सभी पत्रकारों में उस आदमी का पता लगाने की होड़ होती है। ऐसे मामले में जांच के कई चरण होते हैं। आप किन बिंदुओं को प्राथमिकता देंगे, इसे तय करने के कई तरीके हैं।“

किसी व्यक्ति की ऑनलाइन खोज के प्रमुख संसाधन हैं:

  • ओसीसीआरपी का ‘एलेफ डेटाबेस‘ (Aleph database)।
  • ‘ओपन कॉरपोरेट्स‘ (OpenCorporates) नामक ओपन सोर्स डैशबोर्ड।
  • ‘व्हाट इज माई नेम‘ (WhatsMyName app) – सोशल मीडिया हैंडल को ट्रैक करने के लिए।
  • ‘नेम टू ईमेल‘ (Name2Email) – एड्रेस प्रेडिक्शन टूल।
  • ‘पीआईपीएल‘ (PiPl) – भुगतान आधारित शक्तिशाली डिजिटल पहचान खोज इंजन।

पृष्ठभूमि की त्वरित जांच हेतु आईआरई पैनल के सुझाव:

  • संभव हो तो दायित्व का विभाजन कर दें। पत्रकारों को अलग-अलग बिंदु की जांच का जिम्मा दें। अमेरिका की राजधानी में छह जनवरी को हुए दंगे के दौरान बेलिंगकैट टीम ने घटना के लाइव सोशल मीडिया पोस्ट को एक ट्वीटडेक चैनल में प्रसारित किया । इस रिपोर्टिंग के काम को अपनी टीम में बांट दिया। एक रिपोर्टर ने ट्विटर पोस्ट संग्रहित किया। दूसरे को फेसबुक लाइवस्ट्रीम कैप्चर करने के लिए कहा गया। तीसरे ने यूट्यूब क्लिप डाउनलोड किए। यही बात किसी व्यक्ति की प्रोफाइल जांचने के काम में भी लागू होती है। ब्रेंडन मैक्कार्थी ने उदाहरण दिया- “ऐसी जांच के लिए मैं उस व्यक्ति की पर्सनल प्रोफाइल बनाऊंगा। हमारी टीम का दूसरा सदस्य उसके आर्थिक दिवालियापन या वित्तीय रिकॉर्ड की जांच करेगा। हमारा तीसरा सदस्य उस व्यक्ति के गैर-लाभकारी और सैन्य अथवा आपराधिक इतिहास का पता लगाएगा।“
  • ‘गूगल डॉक्स‘ में एक विकी फोल्डर बनाएं। ब्रेंडन मैक्कार्थी ने कहा- “ब्रेकिंग न्यूज की जांच के लिए मैं तत्काल एक फोल्डर बनाता हूं। एक खुला गूगल डॉक या ‘स्क्रैच पैड‘, जिसमें हम सभी नोट्स डाल सकते हैं। उन कुछ घंटों में आपको जो भी जानकारी मिले, उसे यहां डाल दें। उस व्यक्ति के तलाक, उसके पते, आपराधिक रिकॉर्ड इत्यादि हर चीज। प्रत्येक सूचना कहां से मिली है? इसका लिंक डाल दें या टिप्पणी लिख दें। जैसे- यह सूचना ट्विटर से मिली। यह जानकारी संदिग्ध व्यक्ति के इंस्टाग्राम खाते से मिली है। इससे आपकी टीम को उस व्यक्ति के बारे में एक खाका बनाने का अवसर मिलेगा। इन सूचनाओं का सत्यापन करना होगा। यह आपकी टीम के लिए खुला स्रोत है।”
  • अपनी खोज की शुरूआत व्यापक रूप से करनी चाहिए। इसके बाद मूल बिंदु पर ध्यान केंद्रित करें। ब्रेंडन मैक्कार्थी ने कहा- “आप विस्तृत शुरुआत करके किसी के विवरण तक पहुंचना चाहते हैं। जब आप किसी व्यक्ति का इतिहास खंगालते हैं, तो अक्सर एक तथ्य के बाद किसी दूसरी महत्वपूर्ण बात के संकेत भी मिलते हैं।“ माइकल बिसेकर ने कहा- “किसी अज्ञात व्यक्ति का पता लगाने के लिए मैं पहले बाहरी लोगों से जानकारी लेना पसंद करता हूं। प्रारंभिक स्रोत के रूप में उसकी माँ या पिता के बदले रिश्तेदारों से जानकारी लेना उपयोगी है। फिर परिवार के सदस्यों से बात करें। उस व्यक्ति के फेसबुक मित्रों की तलाश करें। स्रोत खोजने के लिए अपने सामाजिक संबंधों का उपयोग करें। पूर्व सहपाठियों की तलाश करें।“
  • स्पष्ट स्रोतों और वेबसाइटों को नजरअंदाज न करें। मेलिसा सेगुरा ने कहा, “जो चीज सबसे ज्यादा स्पष्ट हो, वही आपकी जांच शुरू करने के लिए सबसे अच्छी जगह होती है। उस व्यक्ति से संबंधित वेबसाइट के ‘अबाउट‘ पेज की जाँच करें। जब टाइटैनिक हादसा हुआ, तो एक रिपोर्टर ओशनगेट सबमर्सिबल साइट पर गया था। यही शुरुआती बिंदु था। पत्रकारों को यह समझने की जरूरत थी कि जहाज पर इतना बड़ा खतरा क्यों आया? जिस कंपनी की जांच करनी हो, उसकी वेबसाइट पर जाएं। उसमें निवेशक संबंध वाले हिस्से को देखें। इनमें अक्सर निवेशकों के साथ की गई कॉल के ट्रांसक्रिप्शन होते हैं। उनके पास वित्तीय विवरण मिल सकते हैं। मैं बॉडी कैमरों के प्रभाव पर एक स्टोरी कर रही थी। मुझे पता चला कि इनकी कुछ सुविधाएं काम नहीं करती थीं। फिर भी उन्हें बड़ी कीमत पर अन्य नगरपालिकाओं को बेचने का दबाव डाला जा रहा था।“
  • उस व्यक्ति का नाम और मूल निवास स्थान खोजें। माइकल बिसेकर ने कहा- “आपको ताज्जुब होगा कि एक छोटे शहर का स्थानीय अखबार आपको कितनी जानकारी दे सकता है। यदि आपको किसी मृतक की जानकारी चाहिए, तो उसके बारे में प्रकाशित श्रद्धांजलि से उसके पूरे परिवार की संरचना का पता चल सकता है।“
  • अपराध मामले में ऐसे लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट की जांच तुरंत करें। माइकल बिसेकर ने कहा- “यदि किसी व्यक्ति ने कोई अपराध किया है, गोलीबारी की है या गिरफ्तार है, तो तुरंत उसके सोशल मीडिया अकाउंट देखें। अक्सर ऐसे लोगों के सोशल मीडिया एकाउंट को पुलिस या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म द्वारा हटा दिया जाता है। इसलिए फौरन उनका नाम फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन में सर्च करें।“
  • रिश्तेदारों से संपर्क करने वाले पहले व्यक्ति बनें। माइकल बिसेकर ने कहा- “पहले संपर्क करने का प्रयास करें। आम तौर पर लोग उस पहले रिपोर्टर से बात करते हैं जो उन्हें कॉल करता है। लेकिन बाद में पांचवें या छठे पत्रकार से बात करना नहीं चाहते।“
  • उस व्यक्ति के पूर्व पार्टनर और जीवनसाथी तक पहुंचने का प्रयास करें। माइकल बिसेकर ने चुटकी लेते हुए कहा- “मुझे ऐसे लोगों की पूर्व प्रेमिकाओं को कॉल करना पसंद है। यदि आप किसी की असलियत जानना चाहते हैं, तो उसके पूर्व पति या पूर्व साथी से बात करें। यह एक प्राथमिकता कॉल होनी चाहिए। यदि उनका बुरा ब्रेक-अप हुआ हो, तो वे आपको ऑन द रिकॉर्ड या ऑफ द रिकॉर्ड बहुत कुछ बता सकते हैं। वे आपको उस व्यक्ति के अच्छे दोस्तों के नाम बता सकते हैं, जो उनकी शादी में आए थे, या जो बिजनेस पार्टनर थे।“ चेतावनी : ऐसे स्रोतों से मिली जानकारी में हितों का स्पष्ट टकराव और पूर्वाग्रह हो सकता है। इसलिए इन्हें पूरी तरह से सत्यापित करके तथ्य-जांच करना चाहिए।
  • जल्दी और बार-बार स्क्रीनशॉट लें। माइकल बिसेकर ने कहा- “अपनी खोज में सभी प्रासंगिक पोस्ट का स्क्रीनशॉट लें। जो बहुत उपयोगी न लगे, उसकी भी लें। उन्हें सीधे अपने डेस्कटॉप पर या एक फाइल में डंप करें। उसे तत्काल व्यवस्थित करने या समझने की चिंता न करें। आपके पास समय बेहद कम है। आप समय के खिलाफ दौड़ में हैं। इसलिए इसे पहचानें, पकड़ें और आगे बढ़ते रहें।“
  • महत्वपूर्ण वेब पेजों को संग्रहित करने के लिए ओपन सोर्स टूल का उपयोग करें। माइकल बिसेकर ने कहा- “आर्काइव टुडे (Archive Today) टूल पूरे वेबपेज को संग्रहित करने का एक अच्छा तरीका है। इसमें क्रोम पर एक प्लग-इन भी है। आप किसी के पूरे ट्विटर पेज को संग्रहित कर सकते हैं। हालाँकि नुकसान यह है कि एक बार जब आप इसे उस सिस्टम पर संग्रहित कर लेते हैं, तो यह आपके प्रतिस्पर्धियों के लिए भी संग्रहित हो जाता है। इसलिए आपको प्रतियोगिता का मोह छोड़ना पड़ सकता है। यदि जांच किए जा रहे व्यक्ति की निजी वेबसाइट या उसके व्यवसाय की वेबसाइट है, तो उसके पुराने संस्करण देखने के लिए वेबैक मशीन (WayBack Machine) पर खोज करें। यदि कोई सोशल मीडिया पोस्ट पहले ही हटा दी गई है, तो उसे अब भी वहां निकाल सकते हैं।“
  • अदालत के स्टाफ से बात करें। विशेषकर छोटे शहरों में। ब्रेंडन मैक्कार्थी ने कहा- “अदालत के स्टाफ से जानकारी प्राप्त करना काफी उपयोगी है। वे पहले कहेंगे कि ऐसी जानकारी देने के लिए वे स्वतंत्र नहीं हैं। लेकिन फिर कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दे सकते हैं। विशेष रूप से छोटे शहरों में ऐसे स्टाफ को पत्रकारों से निपटने की कम आदत होती है। वे जानना चाहते हैं कि क्या हो रहा है। आप उनसे पूछें कि मुझे अन्य किससे बात करनी चाहिए?“
  • सत्यापन करें कि आपने उसी व्यक्ति के रिकॉर्ड जुटाए हैं। माइकल बिसेकर ने चेतावनी दी- “आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि जो रिकॉर्ड आप देख रहे हैं, वह उसी व्यक्ति के हैं। बहुत से लोगों के नाम एक जैसे होते हैं। एक ही शहर में या एक ही परिवार में भी एक नाम के दो लोग मिल सकते हैं। किसी पत्रकार के लिए यह बहुत बुरी बात होगी कि जिस व्यक्ति का आपराधिक रिकॉर्ड जुटाना है, उसके बदले किसी अन्य की रिपोर्ट कर दें। आपको जिसकी तलाश है, उस व्यक्ति की तस्वीर ढूंढने का प्रयास करें। किसी मीडिया रिपोर्ट में या उसके सोशल मीडिया में तस्वीर मिल जाए, तो उसकी पुष्टि करना जरूरी है। यह सुनिश्चित करें कि वे सभी तथ्य मेल खा रहे हैं। यदि आपको पता चलता है कि वह व्यक्ति कहां काम करता है, तो लिंक्ड-इन पर जाएं। यह एक बेहतरीन संसाधन है। आप उसी विभाग या कंपनी में लोगों को खोज सकते हैं। सहकर्मियों को सीधे संदेश भेजने का प्रयास करें। उनके कार्यालय के ईमेल पर भेज सकते हैं। यह कोई जानकारी या प्रतिक्रिया पाने का शानदार तरीका है।“
  • अपने देश के कानूनी डेटाबेस में उस व्यक्ति के आपराधिक और कानूनी मुकदमों के रिकॉर्ड खोजने का प्रयास करें। माइकल बिसेकर कहते हैं- “अमेरिका में आप पेसर (PACER) कोर्ट डेटाबेस का उपयोग कर सकते हैं। दीवानी मुकदमों की भी तलाश करें। इनमें आपको उस व्यक्ति के विरुद्ध आरोप दिख सकते हैं। असंतुष्ट व्यावसायिक साझेदारों की जानकारी मिल सकती है। आप देख सकते हैं कि उनके बीच क्या विवाद था। कॉरपोरेट या व्यावसायिक फाइलिंग से आपको व्यावसायिक साझेदारों के नाम मिल सकते हैं।“
  • संबंधित अधिकारियों से जानकारी लें। सभी दावों की तथ्य-जाँच करें। माइकल बिसेकर कहते हैं- “वह व्यक्ति जिस सेवा में था, वहां के संबंधित अधिकारियों से जानकारी लें। यदि वह व्यक्ति अमेरिकी सेना में था, तो आप रक्षा विभाग को कॉल कर सकते हैं। प्रेस अधिकारी से आपको उस व्यक्ति की सेवा की शाखा और तारीखों की जानकारी मिल सकती है। अक्सर लोग किसी विभाग में अपनी सेवा और पद के बारे में बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं। आपको सच का पता लगाना है।“

समयबद्ध जांच की तैयारी

  • ऐसे प्रमुख ऑफ-द-रिकॉर्ड संपर्कों की सूची बनाएं, जो आपके टेक्स्ट मैसेज का जवाब दे सकते हैं। मुख्य ब्रेकिंग न्यूज क्षेत्रों में अपने अच्छे स्रोतों की सूची बनाएं, जिनसे आप व्यक्तिगत रूप से मिल चुके हैं। जैसे कानून प्रवर्तन अधिकारी, राष्ट्रीय और स्थानीय अभियोजक, संकट प्रबंधन, विमानन, सार्वजनिक स्वास्थ्य, आतंकवाद प्रतिक्रिया और चुनाव प्रबंधन के विशेषज्ञ। किसी घटना के बाद ऐसे स्रोत काफी व्यस्त हो सकते हैं। इसलिए उनसे मुख्य प्रश्न पूछें – व्यक्ति का नाम, नुकसान का दायरा, और एक प्रारंभिक मूल्यांकन। क्या यह संभवतः आतंकवाद था? या घृणा अपराध था? ऑफ-द-रिकॉर्ड टेक्स्ट संदेश में आप यह जानकारी ले सकते हैं।
  • वैकल्पिक और कम चर्चित सोशल मीडिया का भी उपयोग करें। माइकल बिसेकर ने कहा- “यदि व्यक्ति किसी धुर दक्षिणपंथी समूह से जुड़ा लगता है, तो वैकल्पिक सामाजिक नेटवर्क देखना चाहिए। पार्लर, टेलीग्राम, गैब, 8कुन इत्यादि देखें। फेसबुक का रूसी संस्करण ‘वीके‘ भी देखें। यह श्वेत वर्चस्ववादियों के बीच बहुत लोकप्रिय है। समय से पहले इनमें से कुछ साइटों से परिचित होने का प्रयास करें और इनके खोज टूल सीखें।
  • लेक्सिस नेक्सिस पब्लिक रिकॉर्ड्स सिस्टम (LexisNexis Public Records) डेटाबेस का उपयोग करें। भुगतान आधारित यह सेवा सोने की खदान है। इसमें विभिन्न देशों के 80 बिलियन से अधिक सार्वजनिक रिकॉर्ड उपलब्ध हैं। जैसे- सोशल मीडिया अकाउंट, सेलफोन नंबर, रोजगार और दिवालियापन डेटा इत्यादि। यदि आपके ने इसकी सदस्यता ले रखी है, या अकादमिक अथवा प्रमुख पुस्तकालय खाते के माध्यम से आप इस तक पहुंच सकते हैं, तो दुनिया भर में प्रकाशित मीडिया स्टोरीज का सर्च करने नायक विशाल संग्रह मिलेगा। माइकल बिसेकर ने कहा- “यह आपको व्यक्ति का पूरा नाम, उनकी उम्र, मोबाइल नंबर, रिश्तेदार और पड़ोसियों की भी जानकारी देगा। यह बताएगा कि क्या वह व्यक्ति दिवालियापन का शिकार था। उसका हाल का रोजगार इतिहास, पेशेवर लाइसेंस जैसी काफी जानकारी मिल सकती है।“
  • गिरफ्तारी के बाद उठाए जाने वाले कानूनी कदमों की जानकारी लें। ब्रेंडन मैक्कार्थी ने कहा- “एक खोजी पत्रकार को ऐसी जांच की जरूरत पड़ती रहेगी। इसलिए पहले ही यह समझ लें कि ऐसे मामलों में कानूनी प्रक्रिया क्या होती है। अधिकारी कैसे काम करते हैं। कौन-से दस्तावेज सील किए जाते हैं और कब सील खोले जाते हैं।

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Rowan Philp, senior reporter GIJNरोवन फिलिप जीआईजेएन के वरिष्ठ रिपोर्टर हैं। वह पहले दक्षिण अफ्रीका में संडे टाइम्स के मुख्य संवाददाता थे। एक अंतर्राष्ट्रीय संवाददाता के रूप में उन्होंने दुनिया भर के दो दर्जन से अधिक देशों से समाचार, राजनीति, भ्रष्टाचार और संघर्ष पर रिपोर्टिंग की है।

 

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