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क्रियाविधि डेटा पत्रकारिता समाचार और विश्लेषण

सरकारी डेटा न मिले, तो घृणा आधारित अपराधों की रिपोर्टिंग कैसे करें?

क्राउड-सोर्सिंग पर आधारित ऐसी परियोजनाओं में कई तरह की चुनौतियां भी होती हैं। सूचनाओं एवं डेटा की गुणवत्ता सुनिश्चित करना एक बड़ा काम है। प्रविष्टियों का दोहराव, रोकना तथा हर रिपोर्ट का सत्यापन करना भी आसान नहीं है। परिणामों की व्याख्या में भी किसी पूर्वाग्रह से बचना एक बड़ी चुनौती है। ऐसे जोखिम के प्रति सचेत रहते हुए यह कोशिश करने लायक है।

डेटा पत्रकारिता

पत्रकारिता की नई ताक़त है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) लेकिन दायित्व भी कम नहीं

प्रत्येक एआई टूल को हरेक मीडिया संस्थान की खास जरूरत के अनुसार सेट करना होगा। किसी मशीन को आपकी पत्रकारिता के  मूल्यों और दृष्टिकोण की जानकारी नहीं है। कोई मशीन यह तय नहीं कर सकती कि आपके लिए कौन-से मूल्य महत्वपूर्ण हैं। यह एक मानवीय निर्णय है।

रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

कोविड-19 पर रिपोर्टिंग के कुछ विशेष टिप्स

“हम सिर्फ कोरोना महामारी से नहीं लड़ रहे हैं बल्कि हम ‘इन्फोडेमिक‘ यानी झूठ की महामारी से भी लड़ना पड़ रहा है।“ 15 फरवरी को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम गेब्रेयेसस ने कहा। उन्होंने कहा कि गलत सूचनाओं के इस युग में ऑनलाइन झूठ और साजिश के सिद्धांत से बचना होगा। पत्रकारों को ऐसी गलत सूचनाओं को खारिज करने में मदद करनी चाहिए।

जीआईजेएन वेबिनार: स्वास्थ्य और जवाबदेही: कोविड संबंधी खरीदी पर इनवेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग कैसे करें

महामारी के पिछले दो वर्षों में सरकारों के स्वास्थ्य संबंधी खर्चों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। सरकारों ने अपने स्वास्थ्य बजट का बहुत बड़ा हिस्सा वैक्सीन खरीदने में लगाया। इसके पहले सैनिटेशन मशीनरी, अस्थाई आइसोलेशन सेंटर, नए ऑक्सीजन प्लांट और इमरजेंसी सेवाओं पर भी बेतहाशा खर्च किया गया है। महामारी से निपटने के लिए काफी बड़ी राशि के कॉन्ट्रैक्ट या टेंडर रातों-रात आवंटित किए गए। सरकारी धन के व्यय में पारदर्शिता और जवाबदेही होना मूलभूत आवश्यकता है।

रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

जीआईजेएन टूलबॉक्स: अवैध धन पर खोजी रिपोर्टिंग के तीन नए उपकरण

‘ग्रे-लिस्ट ट्रेस‘  नामक एक निजी फर्म ने संपत्ति पर नजर रखने में विशेषज्ञता हासिल की है। इसकी वेबसाइट के अनुसार यह गोपनीय बैंक खातों, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार से कमाई जैसी जानकारियां बिल्कुल नैतिक और कानूनी तरीके से हासिल करती है। इसका एल्गोरिदम किसी बैंक के डेटा नियमों का उल्लंघन नहीं करता है। यह किसी खाता में शेष बची राशि का पता लगाने की कोशिश भी नहीं करता है। यह किसी व्यक्ति द्वारा अलग-अलग बैंकों के लेनदेन प्रभागों के बीच पूर्व में किए गए संचार की जांच करके खातों के संभावित अस्तित्व का खुलासा करता है।

केस स्टडी समाचार और विश्लेषण

पत्रकारिता की रक्षा: खोजी पत्रकारिता का भविष्य

जीआईजेएन कई स्तरों पर क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण और उपकरण प्रदान करने के साथ ही खोजी पत्रकारों का नेटवर्क मजबूत करने पर काम करता है। हम दुनिया भर के पत्रकारों को सैटेलाइट इमेजरी और डिजिटल फोरेंसिक जैसी अत्याधुनिक तकनीकों की जानकारी देते हैं। हम स्थानीय और वंचित समुदायों को निगरानी पत्रकारिता क्षमता निर्माण करने में मदद करते हैं। हमारे हेल्प डेस्क ने पिछले एक साल में सहायता के लिए 2,400 अनुरोधों का जवाब दिया।

वहनीयता समाचार और विश्लेषण

स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए स्वार्थ रहित फंडिंग की तलाश!

छोटे मीडिया संगठनों के लिए छोटे अनुदान भी काफी मायने रखते हैं। इसलिए गूगल और फेसबुक से मिले अनुदान को व्यापक रूप से स्वीकार किया जा रहा है। जो मीडिया संगठन अपनी चुनी हुई सरकारों से टैक्स माफी स्वीकार करने से हिचकिचाते हैं, वे भी गूगल और फेसबुक का धन खुशी-खुशी लेते हैं। जबकि इन दोनों के पीछे बड़े पैमाने पर लॉबिंग करने वाली ताकतों और प्रभावशाली वर्ग के हित जुड़े हैं।

समाचार और विश्लेषण

डीप-फेक भूगोल: एआई के जरिए सैटेलाइट चित्रों में फर्जीवाड़ा

शोधकर्ताओं के अनुसार आम लोगों को ऐसी असली और नकली तस्वीरों का फर्क पता नहीं चल पाएगा। कोई व्यक्ति किसी फोटो की खराब गुणवत्ता के लिए रंगों और छाया का मामला समझ सकता है। लेकिन विशेषज्ञों को किसी नकली फोटो की पहचान के लिए छवि प्रसंस्करण के अधिक तकनीकी पहलुओं, जैसे कि रंग हिस्टोग्राम, आवृत्ति और स्थानिक डोमेन पर ध्यान देना होगा।

समाचार और विश्लेषण सुरक्षा और बचाव

सर्विलांस से निरंकुश निगरानी, 2021 की पांच बेहतरीन खोजी ख़बरें

ऐसी निगरानी के काफी खतरनाक परिणाम सामने आ रहे हैं। ऐसे उपकरणों की सूची लंबी है। सीमा पार करने के दौरान चेहरे की पहचान के उपकरण लगे हैं। रेगिस्तान पार करने वाले लोगों को ड्रोन और ब्लिंप द्वारा ऊपर से देखा जा रहा है। भूमिगत सेंसर के जरिए लोगों के आवागमन का पता लगाया जा रहा है। इन्फ्रा-रेड कैमरा, रडार सेंसर, मोबाइल सर्विलांस टावर इत्यादि का भरपूर उपयोग हो रहा है।

रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

दृश्यांकन के माध्यम से ऑनलाइन खोज पर प्रसिद्ध पत्रकार हेंक-वैन-एस के टिप्स

जिस चीज की तलाश करनी हो, उससे जुड़े किसी भी चित्र या दृश्य के बारे में सोचे। उसके विजुअल सुराग क्या हो सकते हैं? जैसे, किसी कंपनी का ‘लोगो‘ भी ऐसी चित्रमय सोच का उदाहरण प्रस्तुत करते है। यदि किसी कंपनी की वेबसाइट पर आपको आवश्यक जानकारी नहीं मिल रही है, तो उसके ‘लोगो‘ की तलाश करें।

केस स्टडी समाचार और विश्लेषण

एडिटर्स पिक: वर्ष 2021 में भारत की दस श्रेष्ठ खोजी खबरें

भारत में आधुनिक लोकतंत्र के अधिकांश संकेतकों में गिरावट आई है। नौकरशाही, न्यायपालिका और केंद्रीय एजेंसियों से लेकर स्वायत्त संस्थाओं का कमजोर होना, लोकतंत्र के कमजोर होने की साफ निशानी के तौर पर दिख रहा है।

रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

खोजी पत्रकारिता: मुश्किल सूचनाएं निकालने के उपकरण

अपनी खोज (सर्च) में आप वैकल्पिक वर्तनी आजमाएं। कोई नाम नहीं मिले, तो अलग तरह से लिखकर देखें। जैसे किसी कंपनी के नाम के अंत में ‘लिमिटेड‘ लिखने से न मिले, तो इसे संक्षेप में ‘एलटीडी‘ लिखकर देखें। ‘कारपोरेशन‘ न मिले तो इसे भी शाॅर्ट में लिखकर सर्च करें। नामों के साथ उद्धरण चिह्नों का प्रयोग करें।

सुरक्षा और बचाव

पत्रकार व्हिसलब्लोअरों से सूचना कैसे प्राप्त करें और उनकी रक्षा कैसे करें

संचार का एक सुरक्षित साधन होना चाहिए। यह एक और तरीका है जिससे पत्रकार अपने स्रोतों की रक्षा कर सकते हैं। कभी-कभी स्रोत किसी ऐसे डिवाइस का उपयोग करते हैं, जिसकी उसके संस्थान द्वारा निगरानी होती हो। इसलिए अपनी सुरक्षा को खतरे में डाले बिना संवाद के लिए उन्हें ऐसे डिवास से दूर रहने की सलाह दें।

रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

मूर्तियों की तस्करी पर खोजी रिपोर्टिंग कैसे करें?

किसी भी पुरावशेष तस्करी मामले के बारे में जानकारी का सबसे अच्छा स्रोत इसमें शामिल हितधारक हैं। उनके साथ साक्षात्कार आवश्यक दस्तावेजी स्रोतों की तरफ़ ले जाएगा।

रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

सोशल मीडिया पर किसी का नाम पता कैसे खोजें: कुछ टिप्स

पत्रकारिता में आपको बेहद कम समय के भीतर किसी डेटा की तलाश करना जरूरी होता है। सही तरीके से सर्च करके कम समय में आप बेहतर परिणाम हासिल कर सकते हैं। हेंक वैन एस ने केस स्टडी के रूप में एक ब्रेकिंग न्यूज से जुड़े सर्च का उदाहरण साझा किया।

समाचार और विश्लेषण

मानव तस्करी और बंधुआ मजदूरी पर रिपोर्टिंग कैसे करें

मजदूरों को पैदल ही घरों की ओर पलायन करने को मजबूर होना पड़ा। इस दौरान सड़क दुर्घटनाओं में सैकड़ों लोग मारे गए। रेल की पटरियों पर सोए ऐसे प्रवासी मजदूर भी मौत का शिकार हुए जिन्होंने सोचा था कि रेल सेवा बंद है। बड़ी संख्या में श्रमिकों को अपनी मजदूरी से भी वंचित होना पड़ा क्योंकि कोविड-19 के कारण उनके मालिकों की आय भी ठप हो गई थी।

रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

कुछ स्टोरी आईडिया जिन्हें पत्रकार हर देश में दोहरा सकते हैं

कुछ विषय हैं, जो दुनिया के कमोबेश हर कोने में पाए जाते  हैं। जैसे, भ्रष्टाचार, अवैध कार्य, सत्ता का दुरुपयोग जैसी बातें अधिकांश देशों में मौजूद हैं। इनमें कई की कार्यप्रणाली भी लगभग एक जैसी होती हैं। इसलिए अन्य देशों के प्रमुख खोजी पत्रकारों के अनुभवों के आधार पर यहां कुछ ऐसी खोजपूर्ण खबरों के बारे में जानकारी प्रस्तुत है, जिन्हें दुनिया भर में दोहराया जा सकता है।

नोबेल पुरस्कार विजेता रूसी पत्रकार दिमित्रि मुरातोव के साथ जीआईजेएन की बातचीत

मुरातोव, रूस के नोवाया गैज़ेटा समाचार पत्र के प्रधान संपादक हैं। नोवाया गैज़ेटा वहां का प्रमुख स्वतंत्र अखबार है जो भ्रष्टाचार, मानवाधिकारों, चुनावी गड़बड़ियां, पुलिस हिंसा और ताकतवर लोगों द्वारा सत्ता के दुरुपयोग की खबरें लगातार लिखता रहता है।

समाचार और विश्लेषण

खोजी पत्रकारिता के इच्छुक युवाओं के लिए ज़रूरी टिप्स

1970 के दशक में अमेरिका के वाटरगेट कांड के बाद से खोजी पत्रकारिता का महत्व काफी बढ़ गया। हाल के दिनों में पेंडोरा पेपर्स जैसे बड़े खुलासे हुए। इस तरह देखें, तो खोजी पत्रकार लंबे समय से दुनिया भर में भ्रष्टाचार और गलत कामों को उजागर करने में सबसे आगे रहे हैं। वे किसी भी लोकतंत्र का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। किसी निरंकुश और दमनकारी शासन में तो उनकी भूमिका और भी अधिक महत्वपूर्ण हैं।

समाचार और विश्लेषण

वन्यजीव तस्करी पर खोजी रिपोर्टिंग करने के टिप्स

एक गैर-लाभकारी संगठन ऑक्सपेकर्स ने पर्यावरण पत्रकारों का एक समूह बनाकर ‘वाइल्डआई‘  तैयार किया। यह काफी उपयोगी डिजिटल टूल है। इसमें  वन्यजीव तस्करी से संबंधित जब्ती, गिरफ्तारी, अदालती मामलों और सजा की जानकारी मिलती है। इसमें पत्रकारों सभी जानकारी निशुल्क मिलती है। इसके अनुसंधान के आधार पर पत्रकार अपनी जांच को आगे बढ़ा सकते हैं।

डेटा पत्रकारिता रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

डेटा को समझने और प्रस्तुतीकरण के कुछ ज़रूरी टिप्स

डेटा प्रोसेसिंग और डेटा साक्षरता बहुत जरूरी है। यदि हम सभी आवश्यक कारकों को ध्यान में नहीं रखते हैं और आवश्यक प्रासंगिक विश्लेषण के बिना निष्कर्ष निकालते हैं, तो हम लोगों का ध्यान गलत जगह ले जायेंगे। इससे हम अनजाने में लोगों को को नुक़सान पहुंचा सकते हैं

समाचार और विश्लेषण

खोजी महिला पत्रकारों के लिए नौ सुझाव

महिलाएं स्वाभाविक तौर पर अपने अनुभवों को साझा करने, आपसी सहयोग करने, नेटवर्किंग बनाने और एक-दूसरे की भावनों को समझने की दिशा में ज्यादा अच्छा काम कर सकती हैं।

क्रियाविधि

इंटरनेट पर दुष्प्रचार का पर्दाफ़ाश कैसे करें

आज दुनिया भर में गलत सूचनाओं और दुष्प्रचार के काफी मामले सामने आ रहे हैं। खोजी पत्रकार ऐसे मामलों की जांच करके पता लगाते हैं कि इसके पीछे कौन है। लेकिन प्रोपब्लिका से जुड़े पत्रकार क्रेग सिल्वरमैन इसे पर्याप्त नहीं मानते। उनका कहना है कि दुष्प्रचार करने वालों की मंशा समझना भी उतना ही जरूरी है।

केस स्टडी

वित्तीय अपराधों की जांच कैसे करें: पेंडोरा पेपर्स की जांच से खोजी पत्रकार क्या सीख सकते हैं

वित्तीय अपराधों की जांच में काफी प्रयास और रचनात्मकता की जरूरत है। इसके लिए कई बार आपको खुद एक वित्तीय अपराधी की तरह सोचना होगा। विभिन्न तरह की जांच तकनीकें हैं जिनका उपयोग गोपनीयता को भेदकर, सच सामने लाने के लिए करना चाहिए।

रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

प्रभावी खोजी रिपोर्टिंग के 7 तरीक़े

परंपरागत रिपोर्टिंग को कभी न छोड़ें। हालांकि ओपन सोर्स रिपोर्टिंग ने हमेशा खोजी पत्रकारिता में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है लेकिन पुराने जमाने की रिपोर्टिंग को एक बड़ी स्टोरी को उजागर की क्षमता के रूप में प्रयोग करना चाहिए। स्रोतों का पता लगाना, कागजी दस्तावेज़ एकत्र करना, व्यक्तिगत रूप से तथ्यों की पुष्टि करना: यह  सभी रणनीतियाँ एक रिपोर्टर की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं

प्रेस स्वंतत्रता

जीआईजेसी 21: खोजी पत्रकारों से आह्वान – सहयोगी खोजें और खबरें निकालें

खोजी पत्रकारिता पर दुनिया का यह प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एक से पांच नवंबर 2021 तक ऑनलाइन सम्पन्न हुआ। इसमें 148 देशों के 1800 संपादक, पत्रकार और सिविल सोसाइटी प्रतिनिधि शामिल हुए। एक नवंबर 2021 को पूर्ण-सत्र (प्लेनरी सेशन) में 100 देशों के 500 से अधिक पत्रकार शामिल हुए। इस सत्र में पांच दिग्गज संपादकों ने दुनिया भर में लोकतांत्रिक आदर्शों की रक्षा और स्वतंत्र प्रेस का अस्तित्व बचाने की लड़ाई की चुनौतियों पर प्रकाश डाला।

रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

उपग्रह और ड्रोन के जरिए खोजी पत्रकारिता

खोजी पत्रकारिता में अब उपग्रहों और ड्रोन का शानदार उपयोग हो रहा है। बारहवीं ग्लोबल इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म कॉन्फ्रेंस (जीआईजेसी – 21) में दुनिया के प्रमुख खोजी पत्रकारों ने अपने अनुभव शेयर किए। एक सत्र था: मैपिंग और सैटेलाइट इमेजरी के जरिए खोजी पत्रकारिता। इसमें उपग्रह और ड्रोन छवियों का विश्लेषण करने के लिए कई नए दृष्टिकोण और तरीकों पर चर्चा हुई।