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जीआईजेएन का जर्नलिज्म सिक्युरिटी असेसमेंट टूल (JSAT) जारी

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दुनिया भर में पत्रकारों और उनके स्रोतों पर विभिन्न तरह के हमले बढ़ते जा रहे हैं। उन्हें कई तरीकों से परेशान किया जा रहा है। निगरानी हो रही है। जिनके खिलाफ खबर लिखी जा रही हो, वैसे प्रभावशाली लोगों, आपराधिक संगठनों, सरकारों, तानाशाहों और कुलीन वर्गों की ओर से काम करने वाले समूहों द्वारा हमले किए जा रहे हैं।

इनसे बचाव के लिए जीआईजेएन  ने ‘जर्नलिज्म सिक्युरिटी असेसमेंट टूल’ (जेएसएटी) जारी किया है। यह सर्वेक्षण आधारित स्व-मूल्यांकन उपकरण है। इसमें मीडिया संगठनों की मौजूदा सुरक्षा और खतरों का आकलन करके व्यावहारिक उपाय बताए जाते हैं।

फोर्ड फाउंडेशन के सहयोग से ‘ग्लोबल इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म कॉन्फ्रेंस 2021 के तहत इसे लॉन्च किया गया। वॉचडॉग पत्रकारिता समूहों के लिए अपनी तरह की यह पहली सुरक्षा मूल्यांकन गाइड है।

फोर्ड फाउंडेशन के ‘बिल्ड प्रोग्राम’ के तहत सुरक्षा विशेषज्ञों ने एनजीओ संगठनों की सुरक्षा के लिए पहले एक साइबर सुरक्षा उपकरण बनाया था। पत्रकारों के लिए यह उपकरण उसी के आधार पर बना है। जेएसएटी एक स्वतंत्र, सर्वेक्षण-आधारित स्व-मूल्यांकन उपकरण है। यह प्रत्येक न्यूज़रूम की प्रोफ़ाइल और कमजोरियों के अनुरूप व्यावहारिक समाधान प्रदान करता है। इस सर्वेक्षण को पूरा करने में लगभग एक घंटे का समय लगता है। इसके बाद उस मीडिया संगठन की डिजिटल और भौतिक सुरक्षा के लिए समुचित उपाय बताए गए हैं।

मीडिया संगठनों पर हमले अब कई रूपों में आते हैं। पत्रकारों की डिजिटल असुरक्षा से लेकर स्रोत के साथ संचार तक और सड़क पर भी खतरे हैं। ऐसे जोखिम कम करने की सिफारिशें इस उपकरण में की गई हैं। दस्तावेजीकरण, सुरक्षा नीति निर्माण, भावनात्मक जोखिम कम करना, सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण, सुरक्षित यात्रा, डेटा, संदेश और भौतिक सुरक्षा के उपाय बताए गए हैं। यह मूल्यांकन वास्तविक दुनिया की रिपोर्टिंग आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है। इसमें प्रत्येक मीडिया संगठन के समक्ष खतरे के मॉडल का भी आकलन किया गया है। उपयोगकर्ता के अनुकूल ओपन सोर्स एन्क्रिप्शन टूल और “हम इसकी अनुशंसा क्यों करते हैं” के रूप में व्याख्या शामिल है।

JSAT को #GIJC21 पत्रकारिता सुरक्षा कार्यशाला के तहत लॉन्च किया गया। ऑनलाइन सम्मेलन के दौरान जारी की गई चार प्रमुख गाइडों में से यह एक है। अन्य गाइड में संगठित अपराध, आंतरिक तथ्य-जांच, और छोटे न्यूज़ रूम के लिए वीडियो इकाइयों के निर्माण के लिए संसाधन शामिल हैं।

इस टूल की सह-डिजाइनर सूचना सुरक्षा विशेषज्ञ रूना सैंडविक कहती हैं – “JSAT मीडिया के काम को सुरक्षित करने का समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है। यह सिर्फ भौतिक सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय डेटा और संचार की सुरक्षा पर भी विचार करता है।”

खासकर महिला पत्रकारों और फ्रीलांसरों का ऑनलाइन उत्पीड़न बढ़ने के साथ ही  डिजिटल निगरानी भी एक नया खतरा है। रूना सैंडविक के अनुसार पत्रकारों को हर स्तर पर बेहतर सुरक्षा के लिए एक सुलभ रोडमैप की आवश्यकता है। यह उपकरण टीम वर्क को सबसे अच्छे समाधान के रूप में प्रस्तुत करता है।

फोटो: टूल की सह-डिज़ाइनर रूना सैंडविक कहती हैं – “JSAT  मीडिया की सुरक्षा का एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है।” इमेज सैंडविक के सौजन्य से।

सैंडविक कहती हैं – “हम पत्रकारों को अपने संपादकों, आईटी और सुरक्षा टीम के साथ जेएसएटी टूल पर खुली चर्चा के लिए प्रोत्साहित करते हैं। ऐसे कई टूल हैं जो सुरक्षा में सुधार का उपाय बताते हैं। JSAT टूल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मीडिया संगठन में सुरक्षा का स्तर ऊपर उठ सके।”

जीआईजेएन के कार्यकारी निदेशक डेविड ई. कपलान कहते हैं- “फोर्ड फाउंडेशन के अभिनव ‘बिल्ड प्रोग्राम’ के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद, जिसने यह उपकरण तैयार करने के लिए विशेषज्ञता और सहयोग प्रदान किया। दुनिया भर में स्वतंत्र मीडिया संगठनों को सुरक्षित बनाने में यह एक बड़ा योगदान है।” फोर्ड फाउंडेशन की टीम में मैट हैनसेन, मैट मिशेल और रूना सैंडविक की भागीदारी रही। जीआईजेएन की ओर से ऐनी कोच और एमिली ओ सुल्लीवन ने इस उपकरण के निर्माण में योगदान किया।

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