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फर्जी ट्वीट स्क्रीनशॉट की जांच कैसे करें?

कोई स्क्रीनशॉट असली है या नहीं, यह जांचने का एक आसान तरीका है। उस ट्वीटर एकांउट में यह देखना कि उस टाइमलाइन पर वह ट्वीट दिख रहा है या नहीं। स्क्रीनशॉट में तारीख हो तो उसके आधार पर देख सकते हैं। यदि तारीख पुरानी हो और वहां तक पहुंचने के लिए काफी स्क्रॉल करना पड़े, तो ट्विटर के एडवांस सर्च का उपयोग करें। देखें कि उस ट्वीटर खाते से वह ट्वीट किया गया है, या नहीं।

facial recognition techniques panel GIJC23

चेहरे की पहचान और अन्य तरीक़ों के जरिए खोजी पत्रकारिता

PimEyes में उस व्यक्ति की तस्वीर की रिवर्स इमेज सर्च की गई। इसमें कई परिणाम और लिंक मिले। एक व्यक्ति का नाम भी मिला। संभवतः उसी व्यक्ति की एक अन्य तस्वीर भी मिली। इसके बाद अमेजॅन की Rekognition सर्विस का उपयोग किया गया। इसके जरिए उन दो तस्वीरों के चेहरों की तुलना करके यह पता लगाया गया कि दोनों फोटो वास्तव में एक ही व्यक्ति की है, अथवा नहीं। इसके नतीजे ने 98 प्रतिशत मिलान की पुष्टि की।

जीआईजेएन का अगला वैश्विक सम्मेलन सितम्बर 2023 में स्वीडन के गोथेनबर्ग शहर में होगा

पिछले वर्षों की तरह, जीआईजेसी 2023 ग्लोबल साउथ और अन्य क्षेत्रों के पत्रकारों को सम्मेलन में लाने के लिए एक मजबूत फेलोशिप कार्यक्रम पेश करेगा। जो दाता और सह-प्रायोजक इस उच्च प्रभाव वाले आयोजन में सहयोग करना चाहते हैं, वे आयोजकों से hello@gijn.org पर संपर्क कर सकते हैं।

मानव तस्करी रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

मानव तस्करी की रिपोर्टिंग के दौरान कैसे रहें सुरक्षित

अपने देश में मानव तस्करी पर रिपोर्टिंग में एक अतिरिक्त जोखिम मौजूद है। आपकी खबर प्रकाशित होने के बाद एक विदेशी पत्रकार की तरह आपके पास देश छोडकर जा़ने का विकल्प नहीं है। इसलिए एनी केली ने सुझाव दिया कि आपके ऊपर ऐसे लोग हों, जो आपका समर्थन करें। आपकी खबरों को उच्चस्तरीय समर्थन मिलना महत्वपूर्ण है। ऐसी मदद पाने के लिए किसी बड़े या अंतर्राष्ट्रीय संगठन के साथ साझेदारी करना लाभदायक होगा।

डेटा पत्रकारिता रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

पत्रकारों को ‘सांख्यिकीय महत्व’ पर ये 5 बातें अवश्य जानना चाहिए

अकादमिक पत्रिकाएं अक्सर ‘सांख्यिकीय महत्व’ वाले परिणामों के साथ अनुसंधान को प्राथमिकता देती हैं। इसलिए शोधकर्ता अक्सर उस दिशा में अपने प्रयास केंद्रित करते हैं। कई अध्ययनों से पता चलता है कि सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण निष्कर्षों वाले रिसर्च पेपर्स के प्रकाशित करने की अधिक संभावना रहती है।