पोस्ट

182 posts

समाचार और विश्लेषण

मानव तस्करी और बंधुआ मजदूरी पर रिपोर्टिंग कैसे करें

मजदूरों को पैदल ही घरों की ओर पलायन करने को मजबूर होना पड़ा। इस दौरान सड़क दुर्घटनाओं में सैकड़ों लोग मारे गए। रेल की पटरियों पर सोए ऐसे प्रवासी मजदूर भी मौत का शिकार हुए जिन्होंने सोचा था कि रेल सेवा बंद है। बड़ी संख्या में श्रमिकों को अपनी मजदूरी से भी वंचित होना पड़ा क्योंकि कोविड-19 के कारण उनके मालिकों की आय भी ठप हो गई थी।

रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

कुछ स्टोरी आईडिया जिन्हें पत्रकार हर देश में दोहरा सकते हैं

कुछ विषय हैं, जो दुनिया के कमोबेश हर कोने में पाए जाते  हैं। जैसे, भ्रष्टाचार, अवैध कार्य, सत्ता का दुरुपयोग जैसी बातें अधिकांश देशों में मौजूद हैं। इनमें कई की कार्यप्रणाली भी लगभग एक जैसी होती हैं। इसलिए अन्य देशों के प्रमुख खोजी पत्रकारों के अनुभवों के आधार पर यहां कुछ ऐसी खोजपूर्ण खबरों के बारे में जानकारी प्रस्तुत है, जिन्हें दुनिया भर में दोहराया जा सकता है।

संसाधन

सोशल मीडिया के जरिये कैसे अपने पाठकों की संख्या बढ़ाएं

आप अपनी सोशल मीडिया अथवा ऑडिएंस टीम से यह भी न पूछें कि क्या वे कुछ वायरल कर सकते हैं। किसी कंटेंट का ‘वायरल‘ होना अप्रत्याशित होता है। इसमें ऐसा कुछ नहीं है जो आप किसी पर दबाव डालकर करा सकते हैं। निश्चित रूप से, वायरल होने लायक सामग्री के लक्षण होते हैं जो इसे अधिक साझा करने योग्य और आकर्षक बनाते हैं। लेकिन यह उम्मीद न करें कि आपके चाहने भर से कुछ ऐसा हो जाएगा।

नोबेल पुरस्कार विजेता रूसी पत्रकार दिमित्रि मुरातोव के साथ जीआईजेएन की बातचीत

मुरातोव, रूस के नोवाया गैज़ेटा समाचार पत्र के प्रधान संपादक हैं। नोवाया गैज़ेटा वहां का प्रमुख स्वतंत्र अखबार है जो भ्रष्टाचार, मानवाधिकारों, चुनावी गड़बड़ियां, पुलिस हिंसा और ताकतवर लोगों द्वारा सत्ता के दुरुपयोग की खबरें लगातार लिखता रहता है।

समाचार और विश्लेषण

खोजी पत्रकारिता के इच्छुक युवाओं के लिए ज़रूरी टिप्स

1970 के दशक में अमेरिका के वाटरगेट कांड के बाद से खोजी पत्रकारिता का महत्व काफी बढ़ गया। हाल के दिनों में पेंडोरा पेपर्स जैसे बड़े खुलासे हुए। इस तरह देखें, तो खोजी पत्रकार लंबे समय से दुनिया भर में भ्रष्टाचार और गलत कामों को उजागर करने में सबसे आगे रहे हैं। वे किसी भी लोकतंत्र का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। किसी निरंकुश और दमनकारी शासन में तो उनकी भूमिका और भी अधिक महत्वपूर्ण हैं।

समाचार और विश्लेषण

वन्यजीव तस्करी पर खोजी रिपोर्टिंग करने के टिप्स

एक गैर-लाभकारी संगठन ऑक्सपेकर्स ने पर्यावरण पत्रकारों का एक समूह बनाकर ‘वाइल्डआई‘  तैयार किया। यह काफी उपयोगी डिजिटल टूल है। इसमें  वन्यजीव तस्करी से संबंधित जब्ती, गिरफ्तारी, अदालती मामलों और सजा की जानकारी मिलती है। इसमें पत्रकारों सभी जानकारी निशुल्क मिलती है। इसके अनुसंधान के आधार पर पत्रकार अपनी जांच को आगे बढ़ा सकते हैं।

संसाधन

नासा के ‘लैंडसैट-9’ उपग्रह का उपयोग कैसे करें पर्यावरण पत्रकार

‘लैंडसैट’ श्रृंखला पृथ्वी के भूमि-तल (सतह) पर केंद्रित है। यानी इसका काम पृथ्वी की जमीन पर नजर रखना और उनमें आए बदलावों की जानकारी देना है। पृथ्वी का अवलोकन करने वाले कई दूसरे उपग्रह भी हैं, जो अन्य चीजों पर केंद्रित हैं। कुछ उपग्रहों का काम मौसम, वातावरण या समुद्र को देखना है।

डेटा पत्रकारिता रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स

डेटा को समझने और प्रस्तुतीकरण के कुछ ज़रूरी टिप्स

डेटा प्रोसेसिंग और डेटा साक्षरता बहुत जरूरी है। यदि हम सभी आवश्यक कारकों को ध्यान में नहीं रखते हैं और आवश्यक प्रासंगिक विश्लेषण के बिना निष्कर्ष निकालते हैं, तो हम लोगों का ध्यान गलत जगह ले जायेंगे। इससे हम अनजाने में लोगों को को नुक़सान पहुंचा सकते हैं

समाचार और विश्लेषण

खोजी महिला पत्रकारों के लिए नौ सुझाव

महिलाएं स्वाभाविक तौर पर अपने अनुभवों को साझा करने, आपसी सहयोग करने, नेटवर्किंग बनाने और एक-दूसरे की भावनों को समझने की दिशा में ज्यादा अच्छा काम कर सकती हैं।

क्रियाविधि

इंटरनेट पर दुष्प्रचार का पर्दाफ़ाश कैसे करें

आज दुनिया भर में गलत सूचनाओं और दुष्प्रचार के काफी मामले सामने आ रहे हैं। खोजी पत्रकार ऐसे मामलों की जांच करके पता लगाते हैं कि इसके पीछे कौन है। लेकिन प्रोपब्लिका से जुड़े पत्रकार क्रेग सिल्वरमैन इसे पर्याप्त नहीं मानते। उनका कहना है कि दुष्प्रचार करने वालों की मंशा समझना भी उतना ही जरूरी है।