
रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स
मूर्तियों की तस्करी पर खोजी रिपोर्टिंग कैसे करें?
किसी भी पुरावशेष तस्करी मामले के बारे में जानकारी का सबसे अच्छा स्रोत इसमें शामिल हितधारक हैं। उनके साथ साक्षात्कार आवश्यक दस्तावेजी स्रोतों की तरफ़ ले जाएगा।
किसी भी पुरावशेष तस्करी मामले के बारे में जानकारी का सबसे अच्छा स्रोत इसमें शामिल हितधारक हैं। उनके साथ साक्षात्कार आवश्यक दस्तावेजी स्रोतों की तरफ़ ले जाएगा।
पत्रकारिता में आपको बेहद कम समय के भीतर किसी डेटा की तलाश करना जरूरी होता है। सही तरीके से सर्च करके कम समय में आप बेहतर परिणाम हासिल कर सकते हैं। हेंक वैन एस ने केस स्टडी के रूप में एक ब्रेकिंग न्यूज से जुड़े सर्च का उदाहरण साझा किया।
मजदूरों को पैदल ही घरों की ओर पलायन करने को मजबूर होना पड़ा। इस दौरान सड़क दुर्घटनाओं में सैकड़ों लोग मारे गए। रेल की पटरियों पर सोए ऐसे प्रवासी मजदूर भी मौत का शिकार हुए जिन्होंने सोचा था कि रेल सेवा बंद है। बड़ी संख्या में श्रमिकों को अपनी मजदूरी से भी वंचित होना पड़ा क्योंकि कोविड-19 के कारण उनके मालिकों की आय भी ठप हो गई थी।
कुछ विषय हैं, जो दुनिया के कमोबेश हर कोने में पाए जाते हैं। जैसे, भ्रष्टाचार, अवैध कार्य, सत्ता का दुरुपयोग जैसी बातें अधिकांश देशों में मौजूद हैं। इनमें कई की कार्यप्रणाली भी लगभग एक जैसी होती हैं। इसलिए अन्य देशों के प्रमुख खोजी पत्रकारों के अनुभवों के आधार पर यहां कुछ ऐसी खोजपूर्ण खबरों के बारे में जानकारी प्रस्तुत है, जिन्हें दुनिया भर में दोहराया जा सकता है।
आप अपनी सोशल मीडिया अथवा ऑडिएंस टीम से यह भी न पूछें कि क्या वे कुछ वायरल कर सकते हैं। किसी कंटेंट का ‘वायरल‘ होना अप्रत्याशित होता है। इसमें ऐसा कुछ नहीं है जो आप किसी पर दबाव डालकर करा सकते हैं। निश्चित रूप से, वायरल होने लायक सामग्री के लक्षण होते हैं जो इसे अधिक साझा करने योग्य और आकर्षक बनाते हैं। लेकिन यह उम्मीद न करें कि आपके चाहने भर से कुछ ऐसा हो जाएगा।
मुरातोव, रूस के नोवाया गैज़ेटा समाचार पत्र के प्रधान संपादक हैं। नोवाया गैज़ेटा वहां का प्रमुख स्वतंत्र अखबार है जो भ्रष्टाचार, मानवाधिकारों, चुनावी गड़बड़ियां, पुलिस हिंसा और ताकतवर लोगों द्वारा सत्ता के दुरुपयोग की खबरें लगातार लिखता रहता है।
1970 के दशक में अमेरिका के वाटरगेट कांड के बाद से खोजी पत्रकारिता का महत्व काफी बढ़ गया। हाल के दिनों में पेंडोरा पेपर्स जैसे बड़े खुलासे हुए। इस तरह देखें, तो खोजी पत्रकार लंबे समय से दुनिया भर में भ्रष्टाचार और गलत कामों को उजागर करने में सबसे आगे रहे हैं। वे किसी भी लोकतंत्र का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। किसी निरंकुश और दमनकारी शासन में तो उनकी भूमिका और भी अधिक महत्वपूर्ण हैं।
एक गैर-लाभकारी संगठन ऑक्सपेकर्स ने पर्यावरण पत्रकारों का एक समूह बनाकर ‘वाइल्डआई‘ तैयार किया। यह काफी उपयोगी डिजिटल टूल है। इसमें वन्यजीव तस्करी से संबंधित जब्ती, गिरफ्तारी, अदालती मामलों और सजा की जानकारी मिलती है। इसमें पत्रकारों सभी जानकारी निशुल्क मिलती है। इसके अनुसंधान के आधार पर पत्रकार अपनी जांच को आगे बढ़ा सकते हैं।
‘लैंडसैट’ श्रृंखला पृथ्वी के भूमि-तल (सतह) पर केंद्रित है। यानी इसका काम पृथ्वी की जमीन पर नजर रखना और उनमें आए बदलावों की जानकारी देना है। पृथ्वी का अवलोकन करने वाले कई दूसरे उपग्रह भी हैं, जो अन्य चीजों पर केंद्रित हैं। कुछ उपग्रहों का काम मौसम, वातावरण या समुद्र को देखना है।
डेटा प्रोसेसिंग और डेटा साक्षरता बहुत जरूरी है। यदि हम सभी आवश्यक कारकों को ध्यान में नहीं रखते हैं और आवश्यक प्रासंगिक विश्लेषण के बिना निष्कर्ष निकालते हैं, तो हम लोगों का ध्यान गलत जगह ले जायेंगे। इससे हम अनजाने में लोगों को को नुक़सान पहुंचा सकते हैं