

Codesinfo project digital tools to fight disinformation. Image: Screenshot, Codesinfo
दुष्प्रचार से निपटने के लिए पांच फ्री ओपन सोर्स टूल
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दुष्प्रचार से निपटना आज दुनिया भर के लिए बड़ी चुनौती है। इसके लिए ब्राजील के ‘इंस्टीट्यूट फोर डवलपमेंट ऑफ जर्नलिज्म’ ने नवाचार संग्रह – Codesinfo का दूसरा चरण शुरू किया है। पुर्तगाली में इस संस्थान का नाम ‘प्रोजोर’ है। इसने ऑनलाइन दुष्प्रचार से लड़ने के लिए पांच ओपन-सोर्स डिजिटल उपकरण बनाए हैं। ब्राजील के मीडिया संगठनों ने 2024 के अंत में ऐसे उपकरण विकसित किए। ब्राजील के अंदर और बाहर पत्रकारिता संगठनों के लिए पांचों उपकरण निःशुल्क उपलब्ध हैं।
फ्रांसिस्को बेल्डा (प्रोजोर संचालन निदेशक और कोड्स इन्फो समन्वयक) के अनुसार इन उपकरणों को अंतर्राष्ट्रीय मीडिया संस्थानों तक पहुंचाने का प्रयास है। इसके लिए ‘कोड्स इन्फो’ वेबसाइट का अंग्रेजी और स्पेनिश में अनुवाद किया जा रहा है। उपकरण बनाने में भागीदार मीडिया संगठन नेटवर्किंग गतिविधियों के जरिए इनका प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने ‘लैटएम जर्नलिज्म रिव्यू’ को बताया कि पांचों उपकरण नागरिक पत्रकारिता को मज़बूत करते हैं। ये पांच उपकरण इस प्रकार हैं:
- कैपी चैटबॉट (Capí chatbot) – पर्यावरण संबंधी वैज्ञानिक साक्ष्य
- चेक-अप (Check-up) – तथ्य-जांच
- मोजेको (Mosaico) – पाठ्य रिपोर्टों का लघु वीडियो
- क्वेम डिसे (Quem Disse? tool) – लेखक संबंधी पारदर्शिता
- जार्टा (Xarta) – नवीनतम प्रासंगिक जानकारी
कैपी : जलवायु संबंधी भरोसेमंद उपकरण (Capí)
यह एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता चैटबॉट है। इसे एंबिएंटल मीडिया ने विकसित किया। नवंबर 2024 में इसका बीटा संस्करण लॉन्च किया गया था। इस टूल का उद्देश्य जलवायु संबंधी मुद्दों पर सवालों का स्पष्ट, ताजा और विश्वसनीय उत्तर प्रदान करना है।
एंबिएंटल मीडिया के कार्यकारी निदेशक थियागो मेडाग्लिया ने एलजेआर को बताया- “जबसे मैंने यह जलवायु चैटबॉट बनाने पर विचार किया। इस पर हम चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, फिर भी बहुत सारे सवाल उठते हैं। मुझे लगता है कि वैज्ञानिक समुदाय को डेटा को स्पष्ट रूप से संप्रेषित करने में कठिनाई होती है। यह केवल स्पष्टता लाने तक सीमित नहीं है। एंबिएंटल मीडिया का आधार विज्ञान को सुलभ, स्पष्ट और आकर्षक पत्रकारिता सामग्री में बदलना है।”
कैपी को इंजीनियरों, पत्रकारों, शिक्षकों और डिजाइनरों की एक व्यापक टीम ने विकसित किया। इसमें प्रतिबंधित डेटाबेस का उपयोग होता है। इसके डेटाबेस में एंबिएंटल मीडिया की रिपोर्ट और प्रसिद्ध वैज्ञानिक संगठनों के दस्तावेज़ शामिल हैं। इसके मुख्य स्रोतों में जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल (आईपीसीसी) की रिपोर्ट शामिल है। यह एक संयुक्त राष्ट्र निकाय है, जो ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों और रोकथाम रणनीतियों पर वैज्ञानिक डेटा का मूल्यांकन करता है।
थियागो मेडाग्लिया ने कहा- “हमारा मानना है कि कैपी किसी भी स्टोरी के निर्माण में उपयोगी है। यह किसी रिपोर्ट की समीक्षा करने में भी मददगार है। यह किसी मामले से जुड़े स्रोतों या विषयों की खोज में सहायता प्रदान कर सकता है। जैसे, आप कोई प्रस्ताव बना रहे हैं और उसे विस्तार देना चाहते हैं। इसके लिए आप एक विचार-मंथन सत्र करके कोई बात समझना चाहते हैं। कैपी ऐसे काम में आपकी मदद कर सकता है। साथ ही, वह आपके पास मौजूद जानकारी की जांच भी कर देगा।”

कैपी चैटबॉट आपको जलवायु संबंधी प्रश्न पूछने और संयुक्त राष्ट्र आईपीसीसी जैसे विश्वसनीय वैज्ञानिक संगठनों से उत्तर प्राप्त करने की सुविधा देता है। इमेज : स्क्रीनशॉट, कैपी
कैपी को जेमिनी की तकनीक पर बनाया गया है। यह गूगल द्वारा विकसित एक लार्ज लैंगुएज मॉडल (एलएलएम) है। कुशल तरीके से विश्वसनीय उत्तर तैयार करने ने लिए यह रीट्राइवल ऑगमेंटेड जेनरेशन (आरएजी) का उपयोग करता है। यह 2020 की एक तकनीक है। अन्य बातों के अलावा यह मतिभ्रम को कम करने और विशिष्ट उपयोगों के अनुसार एलएलएम को प्रासंगिक बनाने के लिए उपयोगी है। कैपी उपयोगकर्ताओं का व्यक्तिगत डेटा एकत्र नहीं करता है। लेकिन प्रॉम्प्ट ट्यूनिंग नामक तकनीक के माध्यम से निरंतर सीखने के लिए बातचीत की सामग्री का उपयोग करता है। चैटबॉट का बुनियादी ढांचा विशेष गूगल क्लाउड सर्वर पर संचालित होता है। यह उपकरण के पर्यावरणीय लक्ष्यों के अनुरूप कम ऊर्जा खपत और कम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के लिए अनुकूलित है।
थियागो मेडाग्लिया ने कहा- “कैपी एक बीटा एआई है। इसलिए वह भ्रमित होकर गलती कर सकता है। हम वेबसाइट पर इसका वर्णन करते हैं। त्रुटियों की रिपोर्ट की जाती है। हम उन्हें ठीक करते हैं। लेकिन वह विश्वसनीय स्रोतों का उपयोग करता है। ऐसे स्रोतों को हमने बहुत सावधानी से चुना है।” इस टूल के गिटहब पेज को यहां देख सकते हैं। इसका प्रोजेक्ट इतिहास और सिस्टम आर्किटेक्चर भी उपलब्ध है।
चेक-अप : हेल्थकेयर इंडस्ट्री के विज्ञापनों की निगरानी
‘Check-up – यह कोड्स इन्फो द्वारा विकसित टूल है। यह ब्राजील के समाचार साइटों पर भ्रामक जानकारी वाले स्वास्थ्य विज्ञापनों का विश्लेषण करता है। इसे तथ्य-जांच साइट Aos Fatos ने बनाया है।
ब्रूनो फ़ेवरो (नवाचार निदेशक, एओस फैटोस) ने एलजेआर को बताया- “यह परियोजना प्रमुख समाचार साइटों के मूल विज्ञापन प्लेटफ़ॉर्म पर मॉडरेशन की कमी को लेकर चिंता पर आधारित है। ऐसे उपकरण गलत सूचना के जरिए पैसे कमाने के लिए पत्रकारिता की विश्वसनीयता का लाभ उठाते हैं। यह गलत काम मीडिया कंपनियों की सहमति से होता है। हमने देखा कि गलत सूचना वाले विज्ञापन आसानी से जारी हो रहे थे। लेकिन इस समस्या का व्यवस्थित और कठोर विश्लेषण करने के लिए कोई डेटा नहीं था। इसलिए हमने चेक-अप नामक टूल बनाया ताकि शोधकर्ता और पत्रकार इस विषय का अध्ययन कर सकें।”
विज्ञापन इकट्ठा करके उनका विश्लेषण करने के लिए स्वचालित तरीकों के साथ ही मैन्युअल विश्लेषण भी किया जाता है। एओस फैटोस टीम ने स्क्रैपर्स बनाए, जो हर दिन प्रमुख पोर्टल पर जाकर उनके विज्ञापन एकत्र करते हैं। फिर प्रत्येक विज्ञापन को थीम के आधार पर वर्गीकृत करने के लिए एक भाषा मॉडल का उपयोग करते हैं। अंत में, एओस फैटोस की तथ्य-जांच पद्धति का उपयोग करके पत्रकारों की टीम उन विज्ञापनों का विश्लेषण करती है। प्राथमिक स्रोतों के आधार पर सत्यापन योग्य कथनों की तुलना की जाती है। साथ ही, सार्वजनिक डेटा, विश्वसनीय अध्ययन से तुलना और विशेषज्ञों के परामर्श लेने जैसे काम भी किए जाते हैं। फिर उन्हें रेटिंग दी जाती है।

फोटो: स्वास्थ्य उद्योग के विज्ञापनों की जांच के लिए एओस फैटोस का चेक-अप टूलइमेज : स्क्रीनशॉट, कोड्स इन्फो
इस टूल का कोड एओस फैटोस के GitHub पर खुला और प्रकाशित है। इसका उपयोग विषय में रुचि रखने वाले शोधकर्ता और पत्रकार कर सकते हैं। टूल का दस्तावेज बताता है कि अन्य वेबसाइटों से विज्ञापन एकत्र करने के लिए कोड को कैसे अनुकूलित किया जाए।
ब्रूनो फ़ेवरो ने कहा- “स्थानीय विज्ञापन सेवाओं का उपयोग करने वाले समाचार संगठन भी चेक-अप का उपयोग करके अपने विज्ञापनों की गुणवत्ता का विश्लेषण कर सकते हैं। वे प्लेटफ़ॉर्म पर मॉडरेशन में सुधार करने के लिए दबाव डाल सकते हैं। ब्राज़ील में पत्रकारिता को वित्तपोषित करने की चुनौती बेहद कठिन है। लेकिन विज्ञापन के लिए कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जो पत्रकारिता पेशे के अस्तित्व के खिलाफ हो।”
मोजेको : टेक्स्ट को वीडियो में बदलना
Mosaico – यह एक पायथन लाइब्रेरी है। इसे प्रमुख समाचार पत्र फ़ोल्हा डी एस.पाउलो ने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके टेक्स्ट को छोटे वीडियो में बदलने के लिए बनाया है। यह पायथन की एक लोकप्रिय वीडियो संपादन लाइब्रेरी ‘मूवी-पीआई’ पर निर्मित है। यह मीडिया संपत्तियों के साथ काम करने, तत्वों की स्थिति निर्धारित करने, प्रभाव लागू करने और वीडियो स्क्रिप्ट बनाने के लिए एक इंटरफ़ेस प्रदान करता है। डेनिएला ब्रागा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संपादक, फोल्हा) ने एलजेआर को बताया- “हमने गलत सूचनाओं की बढ़ती चुनौती का सामना करने के लिए इस समाधान को चुना है। आजकल छोटे वीडियो की खपत लगातार बढ़ रही है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करके, पाठ सामग्री को लघु वीडियो में बदलकर, फोल्हा एक अलग प्रकार की कथा प्रस्तुत करने में सक्षम है। यह मूल सामग्री पर आधारित है। यह उन दर्शकों को प्रभावित कर सकती है जो पाठ के बजाय वीडियो पसंद करते हैं। इस प्रकार इसके समाचारों की पहुंच का विस्तार होता है।”(नीचे स्क्रीन कैप्चर वीडियो उदाहरण देखें।)

फोटो: फोल्हा डी एस. पाउलो का मोसाइको ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ का उपयोग करके पाठ को छोटे वीडियो में परिवर्तित करता है। इमेज : स्क्रीनशॉट, मोसाइको
डेनिएला ब्रागा के अनुसार, मोसाइको और अन्य स्वचालित वीडियो समाधानों के बीच अंतर है। यह एक मालिकाना उपकरण है, जिसे इन-हाउस बनाए रखा जाता है। इसे फोल्हा की अपनी सामग्री के आधार पर प्रशिक्षित किया जाता है। इसे अखबार के पत्रकारिता गुणवत्ता मापदंडों और मानकों को पूरा करने के लिए विकसित किया जाता है।
डेनिएला ब्रागा ने कहा- “वीडियो के निर्माण की निगरानी फोल्हा के पत्रकार करते हैं। वे अंतिम परिणाम की समीक्षा करके उसे स्वीकृति देते हैं। पाठ और चित्र वास्तविक हैं। काफी वीडियो रिपोर्ट प्रकाशित की गई हैं। उनका उपयोग बढ़ने लगा है।” डेनिएला ब्रागा ने कहा कि यदि कोई अन्य मीडिया संगठन इस टूल को अपनाना चाहे, तो स्वागत है।
वे गिटहब पर उपलब्ध रिपॉजिटरी के साथ अपनी विशिष्ट आवश्यकता के अनुसार इस टूल को अनुकूलित कर सकते हैं। यह एक ओपनसोर्स सॉफ़्टवेयर है। डेवलपर्स और पत्रकार इसमें किसी सुधार और नई सुविधाओं संबंधी योगदान कर सकते हैं। इस तरह, समुदाय स्वयं टूल के विकास को आगे बढ़ा सकता है। यह स्वचालन सोशल मीडिया पर छोटी, गतिशील सामग्री की मांग को पूरा करने और समर्पित टीमों की आवश्यकता को कम करने के लिए वीडियो उत्पादन को भी गति देता है।
किसने कहा?: लेखक के बारे में पारदर्शिता
क्वेम डिसे? (“Quem Disse?) (किसने कहा?) – यह ‘फोल्हा डो मेट’ (Folha do Mate) द्वारा विकसित प्लगइन है। ‘फोल्हा डो मेट’ दक्षिणी ब्राजील में रियो ग्रांडे डो सुल में संचालित सामुदायिक पत्रकारिता पर केंद्रित एक मीडिया संगठन है। ‘क्वेम डिसे’ दरअसल लिंक्डइन से प्रेरित एक वर्डप्रेस एक्सटेंशन है। यह पत्रकारों की प्रोफाइल बनाना और उसके मानकीकरण को आसान बनाता है। इसका मकसद पाठकों को लेखकों के पेशेवर गुणों, उनके कवरेज क्षेत्रों और उनके अनुभव की जानकारी देना है। इस प्लगइन में अधिकारियों और विशेषज्ञों जैसे स्रोतों का एक डेटाबेस भी है। यह पत्रकारों का संक्षिप्त जीवन परिचय प्रदान करता है।
पाउला कार्वाल्हो (वाणिज्यिक निदेशक, फोल्हा डो मेट) ने कहा कि ‘क्वेम डिसे’ प्लगइन हमारी पिछली पहल का एक विस्तार है। इसका उद्देश्य गलत सूचना का मुकाबला करना है। अन्य पहलकदमियों में स्कूलों में पत्रकारिता कार्यशाला आयोजित करना, गलत सूचना के जोखिमों पर शैक्षिक प्रश्नोत्तरी और पाठकों द्वारा भेजी गई खबरों की तथ्य-जांच शामिल हैं। इस प्लगइन का उद्देश्य लेखकों को सामने लाना करना, स्रोत की विश्वसनीयता को महत्व देना, पत्रकारों को पाठकों के करीब लाना, सामग्री के उत्पादन में अधिक जिम्मेदारी और स्पष्टता को बढ़ावा देना है।
‘फोल्हा डो मेट’ विगत पचास से अधिक वर्षों से कार्यरत है। वर्तमान में इसके लगभग 4,000 सक्रिय ग्राहक हैं।
उन्होंने कहा, “यह एक ठोस और भरोसेमंद संबंध को दर्शाता है। हमारा मानना है कि अपनी प्रक्रियाओं, लेखन और स्रोतों के बारे में पारदर्शी होकर हम गंभीर पत्रकारिता और अपने कार्यक्षेत्र के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करते हैं।” इस प्लगइन को केवल वर्डप्रेस प्लेटफ़ॉर्म के लिए विकसित किया गया था। इसके इंस्टॉलेशन संबंधी निर्देश ‘फोल्हा डू मेट’ की वेबसाइट और गिटहब पर उपलब्ध हैं।
जार्टा : हमेशा अप-टू-डेट संदर्भ
Xarta – यह न्यूक्लियो जोर्नलिस्मो (Núcleo Jornalismo) द्वारा बनाया गया एक सिस्टम है। यह विभिन्न समाचार रिपोर्टों में डाले गए “एम्बेडेबल” कार्ड के माध्यम से लेखों को संदर्भ देने की प्रक्रिया को स्वचालित करता है। यह गलत जानकारी देने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री को रोकने में भी मदद करता है। न्यूक्लियो जोर्नलिस्मो द्वारा इस टूल के उपयोग का एक उदाहरण देखें। अगस्त 2024 में ब्राज़ील में सोशल नेटवर्क एक्स को ब्लॉक किया गया था। किसी विषय पर प्रत्येक रिपोर्ट के लिए संदर्भ बनाने और अपडेट करने के बजाय, न्यूक्लियो जोर्नलिस्मो की टीम ने ज़ार्टा का उपयोग किया। यह प्रयास किया कि नए टेक्स्ट में किसी विषय पर सबसे सटीक और वर्तमान पृष्ठभूमि हो। साथ ही, पुराने लेख भी हमेशा अप-टू-डेट रहें।

फोटो: स्क्रीनशॉट, ज़ार्टा
जेड ड्रमंड (संचालन निदेशक, न्यूक्लियो जोर्नलिस्मो )ने एलजेआर को बताया – “हम जिन घटनाओं पर काम करते हैं, उनका पहले से तैयार संदर्भ हमारे काम में मदद करता है। इससे नए लेख तैयार करने में तेज़ी आती है। यह भी सुनिश्चित होता है कि जोड़ा गया संदर्भ सबसे पूर्ण और ताजा है। हमने अपने दर्शकों के डेटा में यह नोटिस करना शुरू किया कि किसी विशिष्ट घटना की नवीनतम रिपोर्ट हमेशा सबसे अधिक ट्रैफ़िक वाली नहीं होती है। पुराने संदर्भ वाले इन लेखों का दुर्भावनापूर्ण तरीके से उपयोग किया जा सकता है। इन दो निष्कर्षों के संयोजन ने ही इस परियोजना को जन्म दिया। हमने एक ऐसा टूल बनाया, जो टेक्स्ट को लंबे समय तक अपडेट रखता है। यह घटना के लिए बेहतर संदर्भ प्रदान करता है। साथ ही, यह न्यूज़रूम के काम को अनुकूलित करता है।”
ज़ार्टा (Xarta) एक ही विषय के संदर्भ को हर बार लिखने की मेहनत से बचाता है। यह रिपोर्टर को महत्वपूर्ण संदर्भ संबंधी जानकारी के लिए पुराने लेखों पर मैन्युअल रूप से वापस जाने से भी रोकता है। जेड ड्रमंड ने कहा- “रिपोर्टरों और संपादकों को ज़ार्टा का उपयोग करने के लिए किसी विशेष तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं है। सिर्फ जो लोग ज़ार्टा एप्लिकेशन बनाते हैं, उन्हें हमारे दस्तावेज़ और ओपनसोर्स कोड का उपयोग करने संबंधी तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता है। इस एप्लिकेशन को बनाने के लिए विशेषज्ञ को नियुक्त कर सकते हैं। एक बार आपका ज़ार्टा पेज बन जाने के बाद आप कोई कस्टमाइज़ेशन चाहते हैं और मानक विज़ुअल पहचान मॉडल बनाना चाहते हैं, तो इसका उपयोग करना बहुत आसान है।”
जेड ड्रमंड ने बताया कि प्रत्येक मडिया संगठन अपना ज़ार्टा बना सकता है। आप अपने अलग संदर्भ कार्ड का भी उपयोग कर सकते हैं जिन्हें पुनरुत्पादन के लिए जारी किया गया है। न्यूक्लियो द्वारा ऐसे कुछ कार्ड उपलब्ध कराए गए हैं । जेड ड्रमंड ने कहा- “हमारे कुछ कार्ड सार्वजनिक हैं। हम क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस 4.0 के माध्यम से पुनरुत्पादन की अनुमति देते हैं। आप कार्ड तक पहुंचने के लिए उस पृष्ठ पर जाएं, जिसमें एम्बेड कोड है। उसे कॉपी करके अपने लेख में डाल सकते हैं। जो मीडिया संगठन अपना ज़ार्टा बनाते हैं, वे तय कर सकते हैं कि अपने उत्पादित संदर्भ कार्ड के पुनरुत्पादन की अनुमति देना चाहते हैं या नहीं।”
संपादकीय टिप्पणी : यह स्टोरी मूल रूप से लैटम जर्नलिज्म रिव्यू द्वारा प्रकाशित की गई थी। क्रिएटिव कॉमन्स सीसी-बाई-एनसी-एनडी के माध्यम से यहां पुनः प्रकाशित की गई है। इसका अंग्रेजी अनुवाद टेरेसा मिओली ने किया है। यह स्पेनिश और पुर्तगाली में पढ़ने के लिए एलजेआर पर भी उपलब्ध है।
मार्टा स्जपेसेनकोफ़: ब्राज़ील के रियो डी जेनेरो की पत्रकार हैं। उन्होंने जोर्नल एक्स्ट्रा, ओ ग्लोबो, ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय, याहू ब्राज़ील और लैटम जर्नलिज्म रिव्यू के लिए लिखा है।
अनुवाद : डॉ. विष्णु राजगढ़िया