सूचनाओं को मुक्त रखने के लिए हैं ये क़ानून

सूचना का अधिकार अब ज़्यादातर मुल्कों में विश्वसनीय सूचना का सबसे बड़ा स्रोत बन चुका है। दुनिया भर में करीब 115 देशों में पब्लिक रिकाॅर्ड जनता के सामने आसानी से लाने के लिए सूचना के अधिकार जैसे कानून लागू हैं। बेशक अभी भी कुछ ऐसे देश हैं जहां ऐसे कानून नहीं हैं, लेकिन वहां भी सूचना प्राप्त करने की मनाही नहीं है। सूचना से जुड़े कानूनों के बड़े फायदे हैं। इन कानूनों को अलग-अलग नाम से जाना जाता है जैसे सूचना की स्वतंत्रता का कानून, सूचना की प्राप्ति का क़ानून और सूचना के अधिकार का कानून इत्यादि ।

हम यहां पर सूचना की स्वतंत्रता (एफओआई) और सूचना का अधिकार (आरटीआई) से जुड़ी से जुड़ी कुछ बातें शेयर कर रहे हैं।

कोविड-19 अपडेट:

कोविड-19 महामारी से जुड़ी जानकारियों के लिए FOI टिप्स: कोविड-19 की महामारी के विषय में जानने के लिए ‘सूचना की स्वतंत्रता’ विषयक कानूनों का किस तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है, इस विषय पर GIJN की गाइड।

महामारी के दौरान पता चला की बहुत सी पब्लिक रिकार्ड की जानकारियां सामने नहीं आईं। ये डेटा और जनसामान्य से जुड़ी जानकारियां जहां-तहां पड़ी रह गई या गुम हो गईं । ऐसे में इनको जनता के सामने लाने के लिए FOI या RTI का कैसे इस्तेमाल करें? Poynter ने BuzzFeed के खोजी रिपोर्टर जेसन लियोपोल्ड और MuckRock के संस्थापक माइकल मोरसी की मदद से इन्हें एक जगह प्रस्तुत किया है।

इसके अलावा पत्रकारों के लिए कई और भी तरीक़े हैं जिनका इस्तेमाल अपने-अपने देशों में अपनी जरूरत के हिसाब से किया जा सकता है। इन कानूनी साधनों का सही तरह से कैसे इस्तेमाल किया जाए, इसके लिए GIJN की एक ग्लोबल गाइड है जिसे हम यहां प्रस्तुत कर रहे हैं। 

टिप्स एंड ट्रिक्स: सूचना कानूनों का बेहतर उपयोग किस तरह से किया जाए इस संबंध में सुझावों का संग्रह।

पत्रकारों की कहानियां : किस तरह के सवाल किये जाना चाहिए और उन पत्रकारों की कहानियां जो सूचना के अधिकारों का खूब उपयोग करते हैं।

ग्लोबल रिसोर्सेस: विभिन्न देशों में प्रचलित सूचना के अधिकार कानूनों के लिंक।

विदेशियों के लिए सूचना के अधिकार की पात्रता विषयक गाइड: देशों की जानकारी।


टोबी मैकिनटोश जीआईजेएन संसाधन केंद्र के वरिष्ठ सलाहकार हैं। वे वाशिंगटन में ब्लूमबर्ग बीएनए के साथ 39 साल तक जुड़े रहे तथा फ्रीडमइन्फो डाॅट ओआरजी (2010-2017) के पूर्व संपादक हैं, जहां उन्होंने दुनिया भर में सूचना के अधिकार के बारे में लिखा है। उनका ब्लॉग eyeonglobaltransparency.net है।

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