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तथ्य-जांच और सत्यापन

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पत्रकारिता की बुनियाद उसकी विश्वसनीयता पर टिकी है। किसी के विचारों से असहमति हो सकती है, लेकिन किसी भी मीडिया संस्थान या पत्रकार द्वारा प्रस्तुत तथ्य प्रमाणिक और वास्तविक होने चाहिए। इसी से मीडिया की साख बनती है। इसलिए हर पत्रकार को तथ्यों की जांच और सत्यापन की कला में निपुण होना जरूरी है। अब सोशल मीडिया और आइटी सेल के दौर में जान-बूझकर फैलाए गए झूठ, फोटोशाॅप और फेब्रिकेटेड वीडियो की जांच भी बड़ा काम है।

जीआइजेएन द्वारा यहां ऐसे संसाधनों, उपकरणों और उपायों का विवरण प्रस्तुत किया गया है, जिनके माध्यम से आप तथ्यों की जांच और सत्यापन कर सकें।

Making Stories Ironclad & Bulletproof Line-by-Line:  जीआइजेएन 2019 सम्मेलन (हैम्बर्ग) में स्वीडिश टेलिविजन के इन्वेस्टिगेटिव एडिटर निल्स हैनसन ने यह प्रस्तुति की। इसमें उन्होंने अपनी खबरों की अच्छी तरह जांच-पड़ताल करके त्रुटिरहित और प्रमाणिक रिपोर्टिंग पर काफी उपयोगी जानकारी दी।

AFP Fact Check Training, यह 10 किश्तों की वीडियो सिरीज़  (2021) अत्यंत मौज़ू है ।

Bellingcat Guide to Using Reverse Image Search for Investigations (2019) किसी फोटो की सच्चाई जानने के लिए ‘रिवर्स इमेज सर्च‘ का उपयोग किया जाता है। इसकी बेहतर जानकारी के लिए बेलिंगकैट का यह गाइड महत्वपूर्ण है।

Introduction to OSINT Video: यह वीडियो किसी भी रिसर्च से जुड़े विभिन्न विषयों की अच्छी जानकारी देता है। इसमें यूजर नेम सर्च करना, किसी ईमेल या फोन नंबर से जुड़े व्यक्ति के नाम का पता लगाना, गूगल एडवांस सर्च का उपयोग करना, रिवर्स इमेज सर्च जैसे विषय शामिल हैं।

Verification and Digital Investigations Resources, सत्यापन और डिजिटल जांच का यह संसाधन ‘बजफीड‘ की ओर से क्रेग सिल्वरमैन ने तैयार किया है। इसे वह लगातार अपडेट भी करते हैं। इसमें ऑनलाइन रिसर्च के लिए उपयोगी संसाधनों की एक व्यापक सूची है।

The Verification Handbook इस वेरीफिकेशन हैंडबुक में किसी भी डिजिटल सामग्री की जांच के लिए समुचित सुझाव देने संबंधी विषयों को शामिल किया गया है। बीबीसी, स्टोरीफुल, एबीसी, डिजिटल फर्स्ट मीडिया सहित अन्य संस्थानों के पत्रकारों के लेखों पर आधारित इस गाइड को सिल्वरमैन ने संपादित किया है।इसके अंतर्गत यह भी देखें:  The Verification Guide for Investigative Journalists and Verification Handbook: Additional Materials.

Verifying Online Information ऑनलाइन जानकारी का सत्यापन – फर्स्ट ड्राफ्ट के अनुसंधान रिपोर्टर शायडने उरबानी ने वर्ष 2019 में यह गाइड तैयार किया। इसमें पत्रकारों के लिए सत्यापन का संक्षिप्त मार्गदर्शन किया गया है। इसमें सत्यापन संबंधी अवधारणा, जाँच सूची, सुझाव और तकनीक शामिल है। इसमें सत्यापन के पांच प्रमुख अंग बताए गए हैं- उदगम, स्रोत, तिथि, स्थान और प्रेरणा।

Social News Gathering and Verification, हांगकांग स्थित स्टोरीफुल की ओर से आयला मशकूर और राचेल ब्लंडी द्वारा तैयार यह ‘सोशल न्यूज गैदरिंग एंड वेरिफिकेशन‘ गाइड काफी उपयोगी है।

Six Fake News Techniques and Simple Tools to Vet Them, यूक्रेन स्थित स्टॉपफेक की सह-संस्थापक ओल्गा युरकोवा ने इसे तैयार किया है। इसमें फेक न्यूज की जांच की छह तकनीक बताई गई है। इसमें किसी कंटेंट के सही या गलत होने की जांच के चरणबद्ध निर्देश दिए गए हैं।

What to Watch for in the Coming Wave of “Deep Fake” Videos, सामंथा सुन्ने ने ‘डीप फेक वीडियो‘ की जांच का तरीका बताया है। ऐसे वीडियो में एक व्यक्ति के चेहरे को दूसरे के शरीर पर लगा दिया जाता है।

How to Spot Fake Images Anywhere on the Internet, इंटरनेट पर फेक तस्वीरों की पड़ताल पर हेंक वैन ऐस का यह आलेख वर्ष 2019 में पोयंटर में प्रकाशित हुआ था। उन्होंने इंस्टाग्राम पोस्ट्स को वेरीफाई करने के लिए 100 टूल्स और ट्रिक्स भी लिखे: 100 Tools and Tricks to Verify Instagram Posts.

9 Tools for Verifying Images इंटरनेशनल जर्नलिस्ट्स नेटवर्क की ओर से मौली स्टेलिनो ने तस्वीरों को सत्यापित करने के लिए नौ उपकरणों पर उपयोगी जानकारी दी।

Satellite Images and Shadow Analysis: How The New York Times Verifies Eyewitness Videos सैटेलाइट इमेजेस एंड शैडो एनालिसिस के लिए न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा वीडियो सत्यापन

Six lessons from my deepfakes research at Stanford, 2019 में टॉम वान डे वेघे ने स्टैनफोर्ड में डीपफेक रिसर्च से जुड़े छह सबक की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बनावटी और कृत्रिम सूचनाओं की बढ़ती समस्या से पत्रकारों को कैसे निपटना चाहिए।

How The Wall Street Journal is preparing its journalists to detect deepfakes, वर्ष 2018 का नीमन लैब्स में प्रकाशित लेख- ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल किस तरह अपने पत्रकारों को डीपफेक का पता लगाने के लिए तैयार कर रहा है।‘

These New Tricks Can Outsmart Deepfake Videos—For Now, सारा स्कोल्स द्वारा लिखित वर्ष 2018 का एक वायर्ड लेख। इसमें डीपफेक का पता लगाने की नई तरकीबें बताई गई हैं।

Deepfake-busting apps can spot even a single pixel out of place, करेन होआ का टेक्नाॅलाॅजी रिव्यू में प्रकाशित लेख। इसमें बताया गया कि डीपफेक का पता लगाने वाले एप्स द्वारा सिर्फ एक भी पिक्सेल का भी पता लगाने की नई तकनीक बताई गई।

Calculating time using clues within a Google Streetview scene, वर्ष 2019 के इस लेख में गूगल स्ट्रीट व्यू का उपयोग करते हुए समय की गणना की जानकारी दी गई।

How to Fact-Check Politics in Countries with No Press Freedom, डैनियल फंक का यह आलेख उन देशों में पॉलिटिक्स के फैक्ट-चेक पर आधारित है, जहां प्रेस की स्वतंत्रता बाधित है।

How 90 Outlets Are Working Together to Fight Misinformation Ahead of Mexico’s Elections, इसे जोसेफ लिटरमैन ने तैयार किया है। इसमें बताया गया है कि मेक्सिको में चुनावों के दौरान गलत सूचनाओं से लड़ने के लिए 90 संस्थाओं ने मिलकर किस तरह एक साथ काम किया। इसके लिए समाचार संगठनों और नागरिक समाज समूहों ने मिलकर Verificado 2018 लॉन्च किया।

Argentina’s Chequeado Becomes Global Leader in Fact-Checking, इस्माइल नाफ्रिया ने फैक्ट-चेकिंग पर यह संसाधन तैयार किया।

Fact-Checking and Verification, दक्षिण अफ्रीका के ट्रेनर फ्रीलांस पत्रकार रेमंड जोसेफ ने तथ्य-जाँच और सत्यापन पर यह संसाधन तैयार किया। इसे वर्ष 2017 में ग्लोबल इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म कॉन्फ्रेंस (GIJC17) में प्रस्तुत किया गया। वह बिग इश्यू साउथ अफ्रीका के पूर्व संपादक हैं। उन्होंने 1996 में इसे लॉन्च करने में मदद की थी।

3 Quick Ways to Verify Images On a Smartphone स्मार्टफोन पर तस्वीरों को सत्यापित करने के तीन आसान तरीके। जोसेफ द्वारा तैयार यह बेहद लोकप्रिय मार्गदर्शक है। यह जीआइजेएन के दस प्रमुख संसाधनों में से एक है।

How to Be a Digital Detective, जोसेफ की एक और टिप्सशीट। इसमें डिजिटल जासूस बनकर नक़ली समाचारों का पता लगाने की तकनीक बताई जाती है। इसके लिए व्यवहारिक कदम उठाने के लिए उदाहरण भी बताए गए हैं।

Bellingcat’s Digital Forensics Tools, बेलिंगकैट के इस डिजिटल फोरेंसिक उपकरण में ओपन-सोर्स सत्यापन, जांच उपकरण और विधियों की सूची मिलती है।

Getting Started in Online Open-Source Investigations, बेलिंगकैट के एलियट हिगिंस द्वारा तैयार यह संसाधन जियो लोकेशन टूल्स पर केंद्रित है।

Prepublication Quality and Control, निल्स हैनसन द्वारा प्रकाशन से पहले सामग्री की क्वालिटी एंड कंट्रोल पर इसे तैयार किया गया है। वह स्वीडिश पब्लिक टेलीविजन के मिशन इन्वेस्टिगेट के संपादक हैं। यह भी एक प्रमुख GIJC17 टिप्सशीट है।

How to Monitor Social Media for Misinformation फर्स्ट ड्राफ्ट के एक वरिष्ठ अनुसंधानकर्ता एवं पत्रकार निक डायस ने इसे तैयार किया है। इसमें सोशल मीडिया की गलत सूचनाओं की निगरानी के तरीके बताए गए हैं।

Advanced Guide to Verifying Video Content, पूर्वी यूरोप, यूरेशिया के प्रमुख शोधकर्ता और @bellingcat में ट्रेनर एरिक टोलर द्वारा बनाई गई गाइड। इसमें वीडियो सामग्री को सत्यापित करने की जानकारी मिलती है।

The International Fact-Checking Network पोयंटर इंस्टीट्यूट में यह इंटरनेशनल फैक्ट-चेकिंग नेटवर्क  है। इसके द्वारा एक साप्ताहिक समाचार पत्र का प्रकाशन होता है। इसके द्वारा तथ्य-जांचकर्ताओं के लिए एक Code of Principles आचार संहिता भी बनाई गई है।

How To Start Up a Fact-Checking Group,– सैंटियागो सेंचेज ने एक फैक्ट-चेकिंग ग्रुप की शुरुआत करने के तरीके बताए हैं। इसमें वर्ष 2017 में अर्जेंटीना, कोलंबिया और उरुग्वे के विशेषज्ञों की लाइव चैट का वर्णन किया गया है, जो तथ्य-जांच परियोजनाओं को विकसित करने पर केंद्रित है।

A Global Guide to Initiatives Tackling “Fake News,” Dig Deeper Media के पत्रकार फर्गस बेल द्वारा तैयार की गई अंतर्राष्ट्रीय तथ्य-जांच पहल की एक सूची। इसमें फेक न्यूज से निपटने के लिए एक ग्लोबल गाइड के बतौर तैयार किया गया है।

A Guide to Verifying Digital Content in Emergencies क्रेग सिल्वरमैन और रीना त्सुबाकी द्वारा डिजिटल सामग्री को सत्यापित करने की एक मार्गदर्शिका।

How Not to Be Wrong, एक स्वतंत्र डेटा पत्रकार और ट्रेनर विनी डी जोंग ने इसमें बताया है कि गलत होने से कैसे बचें।

Four free online plagiarism checkers, आइजेनेट में प्रकाशित इस आलेख में निशुल्क ऑनलाइन साहित्यिक चोरी की जांच संबंधी तरीकों की जानकारी दी गई है।

Get Your Facts Straight: The Basics of Fact-Checking, साउथ एशिया चेक के सम्पादक दीपक अधिकारी द्वारा तैयार यह मार्गदर्शिका Tactical Tech की Exposing the Invisible से ली गई है ।

उक्त तरीकों, सुझावों और उपकरणों का उपयोग करके कोई पत्रकार हर प्रकार की त्रुटियों से बचते हुए प्रमाणिक और तथ्यपूर्ण खबरें लिख सकता है।

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