Topic

कानूनी सुरक्षा एवं आपातकालीन सहायता

3 posts

संसाधन

पत्रकारों के लिए आपातकालीन सहायता

वर्ष 1992 से अब तक दो हजार से भी अधिक पत्रकार मारे जा चुके हैं। हजारों पत्रकारों को हमले, धमकी, जेल और उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा है। इसलिए आपातकालीन स्थितियों में मदद संबंधी पूरी जानकारी पत्रकारों के पास होनी चाहिए। जीआईजेएन की इस मार्गदर्शिका में ऐसे दर्जनों संगठनों की जानकारी दी गई है।

गाइड संसाधन

पत्रकार कैसे बचें क़ानूनी झंझटों और मुक़दमों से: जीआईजेएन गाइड

पूरी दुनिया में इन दिनों पत्रकार आधारहीन मुकदमों का लगातार सामना कर रहे हैं। यह मुकदमे SLAPPs (Strategic Lawsuits Against Public Participation) पत्रकारों और अन्य ऐसे लोगों पर नकेल कसने लादे गये हैं जो शक्तिशाली व्यक्तियों या ताकतवर कम्पनियों या व्यापारियों के व्यवहार पर आलोचनात्मक टिप्पणिया करते हैं। एक पत्रकार या मानवाधिकार रक्षक पर मुकदमे दबाव डालने के लिए लाए जाते हैं, न कि अधिकार को साबित करने के लिए। यह मुक़दमें प्रायः बेकार, तुच्छ या अतिरंजित दावों पर आधारित होते हैं।