whistleblower support journalist
whistleblower support journalist

Image: Shutterstock

आलेख

व्हिसल ब्लोअर, पत्रकार और वकील एक दूसरे के मददगार क्यों कहलाते हैं

इस लेख को पढ़ें

अपने संस्थान की गलत चीजों का जनहित में खुलासा करने वालों को ‘व्हिसल ब्लोअर’ कहा जाता है। यह ऐसे लोग हैं, जो अपने संगठनों के भीतर होने वाले अवैध या अनैतिक कामों को उजागर करते हैं। किसी सरकार अथवा निगम को जवाबदेह ठहराने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। लेकिन उन्हें सच बोलने की कीमत चुकानी पड़ सकती है। उन्हें अक्सर अपने संगठन द्वारा बदले की कार्रवाई, नौकरी छूटने या कानूनी धमकियों का सामना करना पड़ता है। इसके कारण व्हिसल ब्लोइंग काफी चुनौतीपूर्ण हो जाता है। यदि व्हिसल ब्लोअर के लिए समुचित कानूनी सुरक्षा नहीं हो, तो जोखिम और बढ़ जाता है।

आज दुनिया भर में अनगिनत व्हिसल ब्लोअर ऐसे उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं। अमेरिका में ट्रम्प प्रशासन के एक कार्यकारी आदेश निकाला है। इसमें संघीय कर्मचारियों को मिले ‘व्हिसल ब्लोअर सुरक्षा अधिकार’ को छीनने की धमकी दी गई है। यह आदेश सरकारी कर्मचारियों को ‘ऐट-विल’ (इच्छा-पर्यंत) के रूप में पुनर्वर्गीकृत करने का प्रयास है। ऐसे लोगों को किसी भी समय किसी भी कारण से बर्खास्त किया जा सकता है। संघीय कर्मचारियों को दशकों से मुखबिरों के प्रतिशोध के खिलाफ़ संरक्षण प्राप्त है। लेकिन अब ऐसे सुरक्षा उपाय ख़तरे में हैं। निजी क्षेत्र के व्हिसल ब्लोअर को भी प्रतिशोध का सामना करना पड़ रहा है।

इस तरह यह एक बड़ा जोखिम है। इसके बावजूद व्हिसल ब्लोइंग असंभव नहीं है। दस से अधिक वर्षों तक मैंने व्हिसल ब्लोइंग पर शोध किया है। इस दौरान मैंने देखा है कि जो व्हिसल ब्लोअर किसी गलत के खिलाफ अलार्म बजाने में सफल होते हैं,  वे अक्सर दूसरे लोगों की मदद से ऐसा कर पाते हैं। ऐसे मददगार लोगों के साथ साझेदारी करना जरूरी है। ऐसे लोग आपके संदेश को आगे बढ़ा सकते हैं और आपको किसी हमले से बचा सकते हैं।

सही मददगार की खोज करें

‘रेगुलेटर्स ऑफ लास्ट रिसोर्ट : व्हिसल ब्लोअर्स, द लिमिट्स ऑफ द लॉ एंड द पावर ऑफ पार्टनरशिप्स – Regulators of Last Resort: Whistleblowers, the Limits of the Law and the Power of Partnerships  – यह मेरी नई किताब है। इसमें फेसबुक, अमेज़ॅन, थेरानोस, यूएस इमिग्रेशन, सीमा शुल्क प्रवर्तन डिटेंशन सेंटरों और आयरलैंड की सरकारी बिजली सेवा के व्हिसल ब्लोअर लोगों की कहानियां बताई गई हैं। इन सभी मामलों में सच सामने लाने वाले कार्यकर्ता को प्रतिशोध का शिकार होना पड़ा। उन्हें आक्रामक तरीके से चुप करा दिया गया। इसके बावजूद इन लोगों ने हार नहीं मानी। समाज के अन्य लोग भी उनकी मदद के लिए आगे आए।

फेसबुक की एक कर्मचारी फ्रांसेस हौगेन ने किशोरों के शोषण और साइट के गैर-अंग्रेजी संस्करणों में हिंसा भड़काने वाली सामग्री का खुलासा किया। इसके लिए उन्होंने वॉल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर जेफ होरविट्ज़ की मदद ली। इमेज : स्क्रीनशॉट द वॉल स्ट्रीट जर्नल

फेसबुक की एक कर्मचारी फ्रांसेस हौगेन ने अपने संस्थान के कई गलत कारनामे उजागर किए। फेसबुक की ओर से किशोरों के शोषण का भंडाफोड़ किया। फेसबुक के कमजोर नियमों के कारण इसके गैर-अंग्रेजी संस्करणों में हिंसा को भड़काने वाली सामग्री आ रही थी। फ्रांसेस हौगेन ने यह सच बताने के लिए एक भरोसेमंद  मददगार से संपर्क किया। उन्होंने वॉल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर जेफ होरविट्ज़ की मदद ली। वह एक तकनीकी विशेषज्ञ पत्रकार हैं और कुछ समय से फेसबुक के गलत कारनामों पर लिख रहे थे। जेफ होरविट्ज़ ने अखबारों में सही समय पर सही तरीके से खबरों को प्रकाशित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके कारण खबरों का अधिकतम प्रभाव पड़ा। खबरें किस तरह बताई जाएं, यह निर्धारित करने पर फ्रांसेस हौगेन का पूरा नियंत्रण रहा।

यह साझेदारी कोई संयोग नहीं थी। फ्रांसेस हौगेन ने इस तकनीकी विशेषज्ञ पत्रकार को बेहद सोच-समझकर चुना था। वह बताती हैं – “मैंने फाइनल करने से पहले जेफ होरविट्ज़ के साथ विस्तार से बात की। इसके बाद ही मैंने उनका चयन किया। विकल्प के तौर पर मौजूद अन्य पत्रकारों की तुलना में वह मुझे ज्यादा उपयुक्त लगे। वह सनसनीखेज नहीं बल्कि गंभीर नजर आए।”

कई बार व्हिसल ब्लोअर अनजाने में किसी गलत पत्रकार को जानकारी दे देते हैं। इसके कारण उन पर खतरा बढ़ जाता है। इसलिए मददगार तय करते समय सावधानी जरूरी है।

अरबों डॉलर की बायोटेक कंपनी ‘थेरानोस’ का उदाहरण भी महत्वपूर्ण है। इस कंपनी की बड़ी धोखेबाजी उजागर हुई । हाल ही में स्नातक करने वाली एरिका चेउंग ने इसमें व्हिसल ब्लोअर की भूमिका निभाई। वह अपने करियर और सुरक्षा के लिए डरी हुई थी। उसे मालिकों और वकीलों ने चुप रहने की धमकी दी  थी। कंपनी के साथ अपने गैर-प्रकटीकरण समझौते का पालन नहीं करने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी गई थी। एरिका चेउंग के पास वकील रखने के लिए पैसे भी नहीं थे। लेकिन उन्हें एक ‘दोस्त के वकील दोस्त’  ने मदद की। उस वकील ने एरिका चेउंग को बताया कि किस नियामक प्राधिकार के पास खुलासा करना है। एरिका चेउंग के लिए यह एक जीवनरेखा थी। उस वकील की मदद मिलने के कारण सब कुछ बदल गया। वकील ने कहा-  ‘आप व्हिसल ब्लो कर सकती हैं।’

उस वकील ने समझाया कि मेडिकेयर सेवा केंद्रों का खुलासा करने के लिए उन्हें व्हिसल ब्लोअर सुरक्षा का लाभ मिल सकता है। इस आधार पर आप अपना गैर-प्रकटीकरण समझौता तोड़ सकती हैं। उसे यह काम सही तरीके से करते हुए सभी विवरणों पर ध्यान केंद्रित करना होगा। थेरानोस कंपनी ने किस तरह नियमों का उल्लंघन किया है, इसे उजागर करना होगा। यह बताना होगा कि कंपनी ने दक्षता परीक्षण के नियमों का उल्लंघन किया है। इसके लिए संबंधित नियामक एजेंसी को एक साधारण ईमेल भेजने से ही पूरे मामले का खुलासा हो गया।

अमेजन से जुड़ा एक महत्वपूर्ण उदाहरण देखें। व्हिसल ब्लोअर क्रिस स्मॉल्स ने न्यूयॉर्क में कोरोना महामारी के आरंभ में स्वास्थ्य जोखिम संबंधी बड़ा खुलासा किया था। इसके कारण क्रिस स्मॉल्स को अमेजन से निकाल दिया गया। इस मामले में कई सहकर्मियों ने क्रिस स्मॉल्स का समर्थन किया। उनके करीबी सहयोगी डेरिक पामर ने कहा – “कंपनी का रवैया देखकर मैं स्तब्ध था। मुझे बस इतना पता था कि वे हमें चुप कराना चाहते थे। कोई भी सच बोलना चाहे, उसके साथ ऐसा ही व्यवहार होगा। मैं भी ऐसे लोगों में शामिल था।”

कंपनी के आंतरिक दस्तावेजों में क्रिस स्मॉल्स के खिलाफ अपमानजनक नस्लवादी भाषा का इस्तेमाल किया गया। ऐसे दस्तावेज लीक हो गए। इसने क्रिस स्मॉल्स की मदद करने के डेरिक पामर के दृढ़ संकल्प को मजबूत किया। लीक हुए दस्तावेज के कारण देश भर के लोगों ने क्रिस स्मॉल्स के समर्थन के पत्र और ईमेल भेजना शुरू किया। आम नागरिकों के साथ अमेजन के कर्मचारियों ने भी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कर्मचारियों ने पूरे अमेरिका में अमेजन केंद्रों पर प्रदर्शन किए। न्यूयॉर्क वेयरहाउस के व्हिसल ब्लोअर क्रिस स्मॉल्स के साथ सबने एकजुटता की घोषणा करने वाले बैनर लगाए।

व्हिसल ब्लोअर अकेले काम नहीं करते 

आम तौर पर मीडिया का पूरा ध्यान व्हिसल ब्लोअर पर केंद्रित करता है। लेकिन उनके मददगार की अक्सर अनदेखी हो जाती है। जबकि ऐसे मददगारों का समर्थन काफी महत्वपूर्ण होता है। खासकर ऐसे युग में, जब दुनिया भर में सच बोलने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा खतरे में पड़ रही है

व्हिसल ब्लोअर की मदद करने वालों को संगठित करने में रणनीति की आवश्यकता होती है। कुछ गैर-लाभकारी,  नागरिक संगठन इसके विशेषज्ञ हैं। यूएस गवर्नमेंट अकाउंटेबिलिटी प्रोजेक्ट इनमें एक है। इसका ‘सूचना मिलान’ का दृष्टिकोण काफी अच्छा है। इसके पीछे बेहद सरल आइडिया है। व्हिसल ब्लोअर की मदद करने के लिए अन्य लोगों की एक पूरी टीम होनी चाहिए। इनमें विशेषज्ञों से लेकर आम जनता तक की जरूरत है। इसके लिए योजना बनाने की आवश्यकता होती है। गवर्नमेंट अकाउंटेबिलिटी प्रोजेक्ट से जुड़े वकीलों और कार्यकर्ताओं ने कई वर्षों से व्हिसल ब्लोअर को सुरक्षा देने का उदाहरण पेश किया है। ऐसे प्रयासों को एक समग्र अभियान के रूप में देखा जाता है। इसमें मीडिया की मदद लेने और नेटवर्किंग प्रयास के साथ-साथ कानूनी बचाव भी शामिल है।

एक और उदाहरण डॉन वूटन नामक एक पूर्व नर्स का है। वह इरविन काउंटी डिटेंशन सेंटर (अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन कंपनी) से जुड़ी थीं। – डॉन वूटन ने इस सेंटर में चिकित्सा संबंधी अनुचित कार्यों का खुलासा किया। गवर्नमेंट अकाउंटेबिलिटी प्रोजेक्ट की ओर से डाना गोल्ड तथा अन्य कार्यकर्ताओं ने इसमें काफी मदद की। नागरिक समाज समूहों और राजनेताओं को इस अभियान से जोड़ा गया। गार्जियन और द न्यूयॉर्क टाइम्स में खबर प्रकाशित कराने में मदद की। न्यू यॉर्कर पॉडकास्ट की व्यवस्था भी कराई गई। इसमें डॉन वूटन ने अपनी पूरी कहानी बताई।

यह जानकारी वायरल हो गई। इसके कारण कई जांच शुरू हुईं। एक साल के भीतर होमलैंड सुरक्षा विभाग ने डॉन वूटन और कुछ पीड़ित महिलाओं के बयान के आधार पर कार्रवाई की। आईसीई को इरविन काउंटी डिटेंशन सेंटर के साथ अपने अनुबंध को औपचारिक रूप से समाप्त करने का निर्देश दिया गया।

नर्स डॉन वूटन ने वाशिंगटन में एक आईसीई डिटेंशन में चिकित्सा संबंधी अनुचित कार्यों का खुलासा किया। इसके कारण उन्हें प्रतिशोध का सामना करना पड़ा। लेकिन उनके खुलासे के कारण गार्जियन में लेख प्रकाशित हुए। सरकार ने उस सेंटर का अनुबंध  खत्म कर दिया। इमेज : स्क्रीनशॉट, द गार्जियन

इनमें से कोई भी मामला आसान नहीं होता। व्हिसल ब्लोअर से जुड़े अधिकांश मामलों में संबंधित कंपनी या संगठन के पास शक्ति का संतुलन होता है। उसके पास तमाम फाइलें होती हैं। उनके पास गवाह होते हैं। अच्छे वकील रखने के लिए उनके पास काफी पैसा होता है। इसलिए व्हिसल ब्लोअर के मददगार लोगों को अपने सीमित संसाधनों के साथ काम करना चाहिए। कुछ प्रभावशाली लोगों को अपने अभियान में शामिल करना चाहिए, जो मदद कर सकते हों। इनमें बिना फीस लिए काम करने वाले प्रो-बोनो वकील भी शामिल हैं। कुछ ऐसे विशेषज्ञ, जो कोई सबूत दे सकते हैं। साथ ही, संबंधित नियामक और बीट पत्रकार भी इनमें शामिल हैं। संक्षेप में,  सभी क्षेत्रों के विशेषज्ञ जो लोग आपकी कहानी में रुचि रखते हैं और मदद करने के लिए तैयार हैं, उनकी मदद लें। यह सामूहिक प्रयास है, जो मायने रखता है।

हालाँकि, इतनी मदद मिलने के बाद भी, व्हिसल ब्लोअर के लिए यह काम आसान नहीं है। कई मामलों में खुलासा होने के बाद व्हिसल ब्लोअर को स्पष्ट रूप से दोषमुक्त किया जाता है। उसे सच बोलने वाले एक साहसी के रूप में सम्मान मिलता है। इसके बाद भी वह पीड़ित हो सकता है। कोई भी संभावित कंपनी ऐसे व्हिसल ब्लोअर को काम पर रखने से हिचक सकती है। यहाँ तक कि एक प्रसिद्ध व्यक्ति को भी नौकरी मिलने में परेशानी आ सकती है। जिस संगठन में खुलासा किया, वह भी जवाबी कार्रवाई जारी रख सकते हैं। कई साल बाद भी ऐसा हो सकता है

व्हिसल ब्लोअर के मददगार लोगों के पास कोई जादू की छड़ी नहीं होती। लेकिन वे सत्ता का संतुलन बदलने में मदद कर सकते हैं। बदला लेने पर आमादा कंपनी या सरकार पर जनता का दबाव बना सकते हैं।

संपादकीय कमेंट : यह कहानी मूल रूप से द कन्वर्सेशन में प्रकाशित हुई थी। क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के तहत यहां पुनः प्रकाशित की गई है।


केट केनी यूनिवर्सिटी ऑफ़ गॉलवे में व्यवसाय और समाज की प्रोफेसर हैं। उनकी पुस्तकें इस प्रकार हैं: रेगुलेटर्स ऑफ लास्ट रिसोर्ट : व्हिसल ब्लोअर्स, द लिमिट्स ऑफ द लॉ एंड द पावर ऑफ पार्टनरशिप्स (कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस, 2025), पर्सपेक्टिव्स ऑन व्हिसल ब्लोइंग: केस एंड थ्योरीज़ (ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी प्रेस, 2025 में प्रकाश्य, आई. मुनरो और एम. फोटाकी के साथ), व्हिसल ब्लोइंग: टुवर्ड्स ए न्यू थ्योरी (हार्वर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, 2019), द व्हिसल ब्लोइंग गाइड (विली बिज़नेस, 2019, डब्लू. वेंडेकरखोव और एम. फोटाकी के साथ)

अनुवाद : डॉ. विष्णु राजगढ़िया

क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के तहत हमारे लेखों को निःशुल्क, ऑनलाइन या प्रिंट माध्यम में पुनः प्रकाशित किया जा सकता है।

आलेख पुनर्प्रकाशित करें


Material from GIJN’s website is generally available for republication under a Creative Commons Attribution-NonCommercial 4.0 International license. Images usually are published under a different license, so we advise you to use alternatives or contact us regarding permission. Here are our full terms for republication. You must credit the author, link to the original story, and name GIJN as the first publisher. For any queries or to send us a courtesy republication note, write to hello@gijn.org.

अगला पढ़ें

Asia Focus environmental exploitation

एशिया में घटती प्रेस की स्वतंत्रता के बावजूद पर्यावरण अपराधों पर साझा पत्रकारिता कैसे हो रही है

पर्यावरण संबंधी ज़रूरी मुद्दे स्वाभाविक तौर पर देशों की सीमाओं से परे होते हैं। इसलिए अच्छी जांच के लिए विभिन्न देशों में काम करना आवश्यक है। लेकिन भाषा, दूरी, प्रेस की स्वतंत्रता से जुड़े मामलों और संसाधनों की कमी के कारण साझा पत्रकारिता काफी चुनौतीपूर्ण है। इसके बावजूद, स्थानीय स्तर पर कई महत्वपूर्ण विषयों पर खोजी पत्रकारिता के उदाहरण देखने को मिलते हैं।

Asia Focus, Kunda Dixit, Centre for Investigative Journalism - Nepal

‘प्रभाव अक्सर अवचेतन होता है’: नेपाली पत्रकारिता के अनुभवी कुंदा दीक्षित, अपने रिपोर्टिंग जीवन के उतार-चढ़ाव पर।

जीआईजेएन ने वर्ष 2016 में नेपाल की राजधानी काठमांडू में दूसरा ‘अनकवरिंग एशिया सम्मेलन’ आयोजित किया। यह सम्मेलन ऐतिहासिक था। इसे आयोजित करने वाले प्रमुख लोगों में कुंदा दीक्षित शामिल थे। लेकिन सम्मेलन शुरू होने से ठीक पहले कुछ घटनाओं का एक जटिल मोड़ आया। इसके कारण वह व्यक्तिगत रूप से सम्मेलन में शामिल नहीं हो सके। गिरफ़्तारी से बचने के लिए वह स्व-निर्वासन में चले गए।

Asia Focus main image

एशिया में खोजी पत्रकारिता : बढ़ती चुनौतियों के बीच प्रतिरोध, सहयोग और बदलाव

भारत में डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने ऐसी खबरों के लिए वैकल्पिक माध्यम तैयार किए हैं, जो वाकई जनता के लिए मायने रखती हैं। जीआईजेएन की सदस्य संस्था ‘द रिपोर्टर्स कलेक्टिव’ ने अपनी खोजी रिपोर्टिंग के लिए ख्याति प्राप्त की है। इसने चुनावी बॉन्ड के जरिए भ्रष्टाचार, सरकारी योजनाओं में अनियमितताओं और कॉर्पोरेट व राजनेताओं के बीच सांठगांठ जैसे मुद्दे उजागर किए हैं। ‘द स्क्रॉल’ और ‘द वायर’ ने निगरानी, पर्यावरण उल्लंघनों और राज्य सत्ता के दुरुपयोग जैसे मुद्दों की पड़ताल की है। ‘द कारवां’ पत्रिका ने सांप्रदायिक हिंसा, न्यायपालिका और राजनीतिक भ्रष्टाचार पर गहन लेख प्रस्तुत किए हैं। ‘न्यूज़लॉन्ड्री’ ने मीडिया की भूमिका पर ही ध्यान केंद्रित किया है और मीडिया स्वामित्व के पैटर्न, दुष्प्रचार और संपादकीय स्वतंत्रता में गिरावट की जांच की है।

The megayacht Eclipse, owned by Russian oligarch Roman Abramovich. Abramovich was forced to sell his ownership stake in the English football club Chelsea after Russia invaded Urkaine in early 2022, due to the billionaire's ties to Russian President Vladimir Putin. Image: Shutterstock

अमीरों के भ्रष्टाचार के नए तरीकों पर रिपोर्टिंग कैसे करें?

यह मत सोचिए कि सरकारी जानकारी हमेशा उपलब्ध रहेगी। जिस देश में लोकतंत्र के कमजोर होने का खतरा हो, वहां आपको अपने रिकॉर्ड बनाने के लिए डेटा पत्रकारिता रणनीति का उपयोग करना चाहिए। रूस, कुछ अरब देशों और वेनेज़ुएला में ऐसे मामले देखने को मिल रहे हैं।