Veteran investigative journalist, Martin Tomkinson, and director of the Centre for Investigative Journalism, James Harkin, talk about lessons learned from a 50-year career at CIJ Summer Conference.
Veteran investigative journalist, Martin Tomkinson, and director of the Centre for Investigative Journalism, James Harkin, talk about lessons learned from a 50-year career at CIJ Summer Conference.

Veteran investigative journalist, Martin Tomkinson, and director of the Centre for Investigative Journalism, James Harkin, talk about lessons learned from a 50-year career at CIJ Summer Conference. Image: GIJN

आलेख

50 साल के अनुभवी खोजी पत्रकार ने दिए रिपोर्टिंग टिप्स

इस लेख को पढ़ें

सेंटर फॉर इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म (सीआईजे) ने लंदन में 3-4 जुलाई 2024 को ग्रीष्मकालीन सम्मेलन किया। इसमें ब्रिटेन के वित्तीय पत्रकार मार्टिन टॉमकिंसन ने अपने अनुभव साझा किए।

उनके पास खोजी पत्रकारिता का पचास वर्षों का लंबा अनुभव है। उन्होंने ब्रिटिश पत्रकारिता के केंद्र फ्लीट स्ट्रीट से जुड़े अपने सुनहरे दिनों के अनगिनत किस्से सुनाए। उनकी बातों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने न्यूज़ रूम में धूम्रपान करने और लंदन के पब (शराबखाने) में भ्रष्ट पुलिसकर्मियों का पीछा करने के दिनों को याद किया। उन्होंने कहा कि फ्लीट स्ट्रीट के ज्यादातर पत्रकार किसी सैनिक की तरह जुनून के साथ काम करने की शपथ लेते हैं।

पचास साल के अपने कैरियर के दौरान उन्होंने इंग्लैंड के अधिकांश प्रमुख अखबारों के लिए लिखा। वर्ष 1972 में वह व्यंग्य पत्रिका ‘प्राइवेट आई’ से जुड़े। वर्ष 1981 में स्वतंत्र पत्रकारिता शुरू की। वह दो पुस्तकों के लेखक भी हैं। सीआईजे के निदेशक जेम्स हरकिन ने कहा, “मुझे यह बताने में खुशी हो रही है कि मार्टिन टॉमकिंसन अब भी एक सक्रिय खोजी पत्रकार तथा हमारे प्रशिक्षक हैं। उनके अंदर अब भी काफी ऊर्जा बाकी है।”

मार्टिन टॉमकिंसन अपनी एक किताब- ‘द पोर्नब्रोकर्स : द राइज़ ऑफ़ द सोहो सेक्स बैरन्स’ से जुड़े किस्से भी सुनाए। यह पुस्तक वर्ष 1982 में प्रकाशित हुई थी। इसमें लंदन के बार क्लब के इलाके सोहो में पोर्नोग्राफी के धंधे और इसमें पुलिस की मिलीभगत को उजागर किया गया था। उसकी समीक्षा में एक पत्रिका ने लिखा था- “जब से यह पुस्तक प्रकाशित हुई है, सोहो में यह मजाक चल रहा है कि इसके लेखक को किसी पेशेवर पोर्नोग्राफर की तुलना में पुलिस द्वारा गोली मारे जाने का अधिक खतरा है।”

समीक्षा में आगे लिखा गया- “अगर मार्टिन टॉमकिंसन को गोली मार दी जाती है, तो यह उनकी अपनी गलती मानी जाएगी। कारण यह, कि वह सर्वश्रेष्ठ जांचकर्ता हैं। उन्हें फ़्लीट स्ट्रीट में पत्रकारों को यह सिखाना चाहिए कि किसी विषय की गहराई से जांच कैसे करनी चाहिए।”

कॉलेज में पढ़ाई के दौरान मार्टिन टॉमकिंसन ने राजनीतिक सक्रियता भी निभाई। वियतनाम युद्ध के खिलाफ 1968 में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बारे में ‘वर्ल्ड इन एक्शन‘ डॉक्यूमेंट्री से उनकी भूमिका उजागर होती है। उन्होंने 1970 में दक्षिण अफ्रीकी स्प्रिंगबोक्स रग्बी यूनियन के दौरे के क्रम में रंगभेद विरोध सहित कई अन्य प्रदर्शनों में भाग लिया।

इन राजनीतिक गतिविधियों के दौरान उनकी मुलाकात एक खोजी पत्रकार और आजीवन समाजवादी पॉल फ़ुट से हुई। वह ‘प्राइवेट आई’ के लिए लिखते थे। मार्टिन टॉमकिंसन ने बताया- “मैंने ‘प्राइवेट आई‘ के लिए क्रिकेट खेलना शुरू किया। मुझे पता चला कि उन्होंने और रिचर्ड इंग्राम्स (पत्रिका के सह-संस्थापक) ने दोपहर का भोजन कहां किया था। मैंने उनसे वहीं मिलने की ठान ली। एक दिन पॉल फुट ने मुझे फोन करके कहा कि आप सार्वजनिक दिवालियापन की सुनवाई को कवर करने के लिए वेकफील्ड जाएं।”

पत्रकार जेफरी जोसेफ बर्नार्ड (बाएं) और मार्टिन टॉमकिंसन के साथ ‘प्राइवेट आई‘ पत्रिका के सह-संस्थापक रिचर्ड इंग्राम्स (दाएं), लंदन में, लगभग 1970 के दशक के मध्य में। इमेज सौजन्य: एरिक हैंड्स

‘प्राइवेट आई’ से जुड़कर मार्टिन टॉमकिंसन ने पत्रकारिता की दुनिया में कदम रखे। इसके बाद चरम दक्षिणपंथी राजनीति पर रिपोर्टिंग की। साथ ही, उन्होंने लंदन के बार-क्लब के इलाके सोहो में अश्लील साहित्य की दुकानों की जांच की। वहां बहुत सारे कानूनी, अ़़र्द्धकानूनी और निजी क्लबों में लोग आते थे। लेकिन सबसे अधिक शराब पीने वालों में पोर्नोग्राफर और पुलिस के लोग प्रमुख थे। ऐेसी जगह पर गड़बड़ियों की संभावना मौजूद रहती है।

सोहो पोर्नोग्राफ़ी उद्योग की जांच शुरू करने के पीछे भी एक वजह रही। ‘प्राइवेट आई’ पत्रिका के कार्यालय के नीचे ही सेक्स का धंधा शुरू हो गया था। इससे पत्रिका के मालिक इंग्राम्स काफी नाराज़ थे। वहां डॉक जॉनसन सेक्स पार्लर खोला गया था। इससे इंग्राम्स क्रोधित हो गए। वह डॉक्टर जॉनसन के बड़े प्रशंसक थे, जबकि उनके नाम पर गलत धंधा शुरू कर दिया गया था। इसलिए मार्टिन टॉमकिंसन ने जांच शुरू कर दी।

जांच से पता चला कि ‘डॉक जॉनसन‘ के नाम पर यौन सामग्री का अमेरिका से आयात हो रहा था। इसकी दुकानें पूरे ब्रिटेन में विभिन्न स्थानों पर खोली गई थीं। पता चला कि डॉक जॉनसन की श्रृंखला के तहत अश्लील साहित्य की आपूर्ति एक माफिया से जुड़े अश्लील लेखक द्वारा की जाती थी। इस तरह यह एक बड़ी खबर बन गई। इसमें एक माफिया और उसका करीबी व्यक्ति था जो ब्रिटिश पोर्नोग्राफ़रों की आपूर्ति कर रहा था।

इसके बाद सरकार ने लाइसेंस प्रणाली शुरू की। इससे भ्रष्टाचार की संभावना और बढ़ गई। सोहो में खुलने वाली कई सेक्स दुकानों पर एक रैकेटियर ने नियंत्रण कर लिया था। उसका उल्लेख करते हुए मार्टिन टॉमकिंसन ने कहा- “एक अन्य पोर्नोग्राफर भी अपनी दुकान खोलना चाहता था। उसने पुलिस से पूछा कि मैं किसे रिश्वत का भुगतान करूं? तब वरिष्ठ पुलिसकर्मियों ने कहा कि हमसे नहीं, आपको बर्नी से बात करनी होगी।” बाद में उस रैकेटियर को लंदन के रिश्वतखोर पुलिस अधिकारियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।

ब्रिटेन के खोजी पत्रकार मार्टिन टॉमकिंसन (बाएं) सीआईजे के ग्रीष्मकालीन सम्मेलन 2024 में सेंटर फॉर इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म के निदेशक जेम्स हरकिन के साथ बात करते हुए। रेखांकन: डॉ. एंड्रयू सालेर्नो-गर्थवेट

सम्मेलन में मार्टिन टॉमकिंसन ने खोजी पत्रकारों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए, जो इस प्रकार हैं:

  • प्रतिक्रिया के लिए तैयार रहें: मानसिक रूप से मजबूत रहें। आप अपना काम ठीक से करेंगे, तो आप बहुत से लोगों को नाराज कर देंगे। उनमें से कई लोग बहुत शक्तिशाली हैं। उनके पास वकीलों की टीम है।
  • वकीलों की राय लें: आप जिस भी स्तर की पत्रकारिता करते हों, यह सुनिश्चित करें कि वह वैध हो। कानूनी तौर पर मजबूत रहें। ऐसा करने के लिए आपको थोड़ी परेशानी उठानी पड़ सकती है। लेकिन यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो किसी मुश्किल में पड़ने का जोखिम उठाते हैं। आपके मीडिया संगठन को भी बड़ा खतरा हो सकता है। ऐसा हुआ तो आपको दूसरी नौकरी पाने में कठिनाई होगी। कई वकील प्रेस की स्वतंत्रता के समर्थक हैं। वे आपकी मदद करेंगे।
  • विशेषणों से बचें: मार्टिन टॉमकिंसन ने अपनी शुरूआती गलती को याद करते हुए कहा- “जब मैंने प्राइवेट आई में शुरुआत की, तो अपनी खबर में ’इस चोर कमीने’ जैसा कुछ लिख देता था। ऐसा हरगिज न करें। तथ्यों को खुद बोलने दें। आपको वास्तव में नैतिकता का भाषण देने की आवश्यकता नहीं है। किसी को ‘बदमाश’ या कुछ भी कहने की ज़रूरत नहीं है। आप बस तथ्यों को रख दें। तथ्य स्वयं बोल देंगे। यदि आप नैतिक निर्णय लेना शुरू कर देते हैं और फैसला सुनाते हैं, तो कानूनी परेशानी में पड़ जाएंगे।”
  • अपनी विशेषज्ञता का क्षेत्र खोजें: खोजी पत्रकारों की बड़ी संख्या है। आपको अपने लिए किसी ऐसे विषय को ढूंढना चाहिए, जिस पर व्यापक रूप से जांच नहीं की गई है। उस विषय को अपना बना लें। फ्लीट स्ट्रीट के अखबारों से जुड़े पत्रकारों के मन में अपनी कंपनी का खौफ दिखता है। उन्हें नहीं पता कि खुद क्या करना है। उन्हें जो विषय मिलता है, उस पर काम करते हैं। लेकिन अपनी विशेषज्ञता के अनुसार खास विषय चुन लें, तो ज्यादा सफलता मिलेगी।
  • संपूर्णता में विचार करें: अपनी जानकारी दुरूस्त करें। जांचें, जांचें, दोबारा जांचें। उदाहरण के लिए, किसी कंपनी में लगभग साठ लाख लोग कार्यरत हैं। मैं गारंटी देता हूं कि आपके नाम से मिलता-जुलता कोई अन्य व्यक्ति भी होगा। यदि आप किसी कनेक्शन की तलाश कर रहे हैं, और आपको कुछ ऐसा मिलता है तो उसकी बार-बार जांच करके सही जानकारी तक पहुंचें।
  • मज़े से अपना काम करें: मार्टिन टॉमकिंसन ने पत्रकार माइकल गिलार्ड के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा- “मैं सौ बार कहूंगा कि सावधान रहें, लेकिन मस्ती में अपना काम करें। मैंने अपने करियर में बहुत आनंद उठाया है।”

एमिली ओ’सुलिवनEmily O'Sullivan जीआईजेएन की संपादकीय सहायक हैं। वह बीबीसी पैनोरमा के लिए एक खोजी शोधकर्ता और बीबीसी न्यूज़नाइट के लिए सहायक निर्माता के रूप में काम कर चुकी हैं। उन्होंने सिटी, लंदन विश्वविद्यालय से खोजी पत्रकारिता में एमए किया है।

अनुवाद : डॉ. विष्णु राजगढ़िया

क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के तहत हमारे लेखों को निःशुल्क, ऑनलाइन या प्रिंट माध्यम में पुनः प्रकाशित किया जा सकता है।

आलेख पुनर्प्रकाशित करें


Material from GIJN’s website is generally available for republication under a Creative Commons Attribution-NonCommercial 4.0 International license. Images usually are published under a different license, so we advise you to use alternatives or contact us regarding permission. Here are our full terms for republication. You must credit the author, link to the original story, and name GIJN as the first publisher. For any queries or to send us a courtesy republication note, write to hello@gijn.org.

अगला पढ़ें

Seven people and a dog are illustrated in watercolour standing against a light blue background, in a variety of poses but all intently looking at their mobile phones. They are coloured in blue with yellow detail, and cast blue shadows. Their phones are all connected via a web like network in the air, showing various connection points. The image is portrait shape and allows space for text in the top left hand corner.

साइबर सुरक्षा: आठ गलतियों से बचें पत्रकार

मीडिया में व्हाट्सएप का बहुत इस्तेमाल होता है। पत्रकार इसका उपयोग अपने पाठकों से जुड़ने के साथ ही स्रोतों से जुड़ने के लिए भी करते हैं। व्हाट्सएप एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का उपयोग करता है। इसलिए केवल मूल प्रेषक और अंतिम प्राप्तकर्ता ही संदेश देख सकता है। हालांकि इलेक्ट्रॉनिक फ्रंटियर फ़ाउंडेशन की निगरानी आत्मरक्षा (एसएसडी)  गाइड के अनुसार व्हाट्सएप और उसकी मूल कंपनी मेटा की गोपनीयता नीतियां चिंताजनक हैं।

whistleblower support journalist

व्हिसल ब्लोअर, पत्रकार और वकील एक दूसरे के मददगार क्यों कहलाते हैं

आम तौर पर मीडिया का पूरा ध्यान व्हिसल ब्लोअर पर केंद्रित करता है। लेकिन उनके मददगार की अक्सर अनदेखी हो जाती है। जबकि ऐसे मददगारों का समर्थन काफी महत्वपूर्ण होता है। खासकर ऐसे युग में, जब दुनिया भर में सच बोलने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा खतरे में पड़ रही है।

A 2019 protest in southern Africa against gender-based violence. Image: Shutterstock

यौन अपराधियों को बचाने वाले सिस्टम पर कैसे रिपोर्टिंग करें

अपनी जांच के लिए सबसे उपयोगी जानकारी कहां मिलेगी? इसके लिए आपको यह पता लगाना होगा कि कहां खोजना है। थॉम्पसन कहते हैं- “परिकल्पना के बारे में सोचें। जानकारी कहां से एकत्र की जाएगी? यह कहां होगी?“

जैसे, यौन हिंसा के अपराधों से जुड़ी जानकारी कहां मिलेगी? इसके लिए मेडिकल रिकॉर्ड, पुलिस रिपोर्ट, मानसिक स्वास्थ्य सहायता डेटा से जानकारी मिल सकती है। सोशल मीडिया में पीड़ितों ने अपनी कहानी सुनाई होगी। हम जानकारी के ऐसे स्रोतों का चयन करें, जिन्हें बुद्धिमानी से जुटाया गया है।

people walking along bridge across the Thames River in London

रिपोर्टिंग टूल्स और टिप्स सुरक्षा और बचाव

जासूसी का शिकार होने से कैसे बचें पत्रकार?

हमारे समूह के दो पत्रकारों के एक जोड़े के साथ भी दिलचस्प मामला हुआ। लंबे दुपट्टे वाला एक युवक उनका पीछा कर रहा था। जबकि ऐसा लग रहा था वह किसी काम से बैंक जा रहा है। एक और बात यह है कि यह एक बूढ़ा, गंदा स्पॉटर था जिसे किसी ब्लॉकबस्टर फिल्म में एमआई6 एजेंट के रूप में नहीं लिया गया होगा।